गौरी लंकेश पर वृत्तचित्र को मानवाधिकारों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार…
बेंगलुरु,। दिवंगत पत्रकार-कार्यकर्ता गौरी लंकेश पर आधारित वृत्तचित्र ‘गौरी’ को टोरंटो महिला फिल्म महोत्सव-2022 में मानवाधिकारों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है। इसका निर्देशन गौरी की बहन और पुरस्कार विजेता निर्देशक कविता लंकेश ने किया है।
वृत्तचित्र को मॉन्ट्रियल के दक्षिण एशियाई फिल्म महोत्सव के लिए भी चुना गया है और डॉक न्यूयॉर्क, एम्स्टर्डम के अंतरराष्ट्रीय वृत्तचित्र फिल्म महोत्सव, सनडांस फिल्म महोत्सव तथा दुनिया भर के अन्य महोत्सवों में इस पर विचार किया जा रहा है।
कविता लंकेश ने एक बयान में कहा कि वृत्तचित्र भारत में पत्रकारों के समक्ष हर दिन मौजूद खतरों को उजागर करता है। कविता ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भारत में पत्रकारों पर 200 से अधिक हमले हुए, जिनमें से 30 से अधिक पिछले दशक में हत्या के शिकार हुए। उन्होंने कहा कि ना केवल गंभीर हमले होते हैं, बल्कि उनके पीछे की मंशा भी स्पष्ट रहती है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत का स्थान 180 में से 150 है। कविता ने कहा कि दुर्भाग्य से असहमति की आवाज उठाने वालों और पत्रकारों पर हमले नए नहीं है और न ही भारत तक सीमित हैं, लेकिन पिछले दशक में जिस तरह हमले हुए हैं, वह चिंता पैदा करने वाली बात है।
गौरी लंकेश की पांच सितंबर, 2017 की रात को बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बयान के अनुसार, वृत्तचित्र ‘‘गौरी’’ को फ्री प्रेस अनलिमिटेड, एम्स्टर्डम का भी साथ मिला है।
‘फ्री प्रेस अनलिमिटेड मिशन’ मानवाधिकारों के सार्वभौम घोषणा पत्र के अनुच्छेद 19 से प्रेरित है, जो कहता है कि सभी को राय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है। इस अधिकार में बिना किसी हस्तक्षेप के अपने विचार रखने और किसी भी मीडिया के माध्यम से और सीमाओं की परवाह किए बिना जानकारी और विचार प्राप्त करने व प्रदान करने की स्वतंत्रता शामिल है।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…