चीन के राष्ट्रपति एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जाएंगे…

चीन के राष्ट्रपति एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जाएंगे…

बीजिंग, 12 सितंबर। चीन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग पिछले दो साल में पहली बार इस सप्ताह देश से बाहर कजाकिस्तान की यात्रा करेंगे और उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक संक्षिप्त बयान में बताया कि शी समरकंद शहर में एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 22वीं बैठक में भाग लेंगे और 14 से 16 सितंबर तक कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान की यात्रा करेंगे।

शी 14 सितंबर को कजाकिस्तान का दौरा करेंगे, जो जनवरी 2020 के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। शी ने आखिरी बार 17-18 जनवरी, 2020 को म्यांमा का दौरा किया था। म्यांमा से वापसी के कुछ ही दिनों बाद, चीन ने वुहान में कोरोना वायरस के बड़े पैमाने पर प्रकोप की घोषणा की। बाद में यह वैश्विक महामारी में बदल गया, जिसके परिणामस्वरूप दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हुई।

तब से, शी (69) चीन से बाहर नहीं गए हैं और डिजिटल तरीके से वैश्विक कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं। कजाकिस्तान के बाद शी पड़ोसी उज्बेकिस्तान की यात्रा करेंगे, जहां एससीओ शिखर सम्मेलन 15-16 सितंबर को होने वाला है।

बीजिंग मुख्यालय वाला एससीओ आठ सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा संगठन है जिसमें चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं।

समरकंद में शिखर सम्मेलन के बाद भारत मध्य एशियाई गणराज्यों के इस प्रभावशाली समूह की अध्यक्षता संभालेगा। सम्मेलन में ईरान को औपचारिक रूप से एससीओ में शामिल किए जाने की संभावना है।

एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शामिल होने की उम्मीद है। रूसी अधिकारियों ने घोषणा की है कि पुतिन और शी समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात करेंगे, जो इस साल फरवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से उनकी पहली यात्रा होगी।

विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एससीओ में भाग लेने के लिए 15-16 सितंबर को उज्बेकिस्तान जाएंगे और शिखर सम्मेलन से इतर कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के आमंत्रण पर, प्रधानमंत्री मोदी एससीओ के राष्ट्र प्रमुखों की परिषद की 22 वीं बैठक में भाग लेने के लिए 15-16 सितंबर को समरकंद का दौरा करेंगे।

वर्ष 2019 के बाद से पहले प्रत्यक्ष रूप से आयोजित हो रहे एससीओ शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों की संभावना के मद्देनजर सभी की इस पर करीबी नजर रहेगी।

इस पर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है कि मोदी, शी या शरीफ के साथ बैठक करेंगे या नहीं, लेकिन यह लंबे समय के बाद होगा कि ये सभी नेता प्रत्यक्ष रूप से शिखर बैठक के लिए एक ही स्थान पर होंगे।

वर्ष 2019 में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) से इतर ब्रासीलिया में अपनी बैठक के बाद मोदी और शी पहली बार आमने-सामने होंगे।

तब से, मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध बना रहा, जो अभी भी जारी है। चीन और भारत ने बृहस्पतिवार को पूर्वी लद्दाख के गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में ‘पेट्रोलिंग प्वाइंट’ 15 से ‘‘समन्वित और योजनाबद्ध तरीके से’’ अपने सैनिकों को पीछे हटाने की घोषणा की। सोमवार को आधिकारिक तौर पर इस कार्य को पूरा करने की घोषणा की गई।

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…