चार्ल्स तृतीय ने अपनी मां के ‘प्रेरक उदाहरण’ का अनुसरण करने का संकल्प लिया…

चार्ल्स तृतीय ने अपनी मां के ‘प्रेरक उदाहरण’ का अनुसरण करने का संकल्प लिया…

लंदन, 10 सितंबर। ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय ने शनिवार को कहा कि वह अपनी महान विरासत और कर्तव्यों व संप्रभुता की भारी जिम्मेदारियों के बारे में गहराई से समझते हैं तथा अपनी मां, दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ‘‘प्रेरक उदाहरण’’ का अनुसरण करने का प्रयास करेंगे।

इतिहास में पहली बार टेलीविजन पर प्रसारित राज्यारोहण परिषद के एक ऐतिहासिक समारोह में चार्ल्स तृतीय को शनिवार को ब्रिटेन का नया राजा घोषित किया गया। परिषद के क्लर्क द्वारा घोषणा के बाद वहां उपस्थित लोगों ने इसकी पुष्टि करते हुए एक स्वर में कहा ‘ईश्वर राजा की रक्षा करे।’

इसके बाद चार्ल्स का संबोधन महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन की घोषणा करने के उनके कर्तव्य के साथ शुरू हुआ। चार्ल्स तृतीय ने कहा, ‘‘मेरी मां का शासन समर्पण के साथ अद्वितीय था।’’

ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 70 साल तक शासन करने के बाद बृहस्पतिवार को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया। वह 96 वर्ष की थीं।

चार्ल्स ने कहा, ‘‘इन जिम्मेदारियों को उठाते हुए मैं संवैधानिक सरकार को बरकरार रखने के उनके प्रेरक उदाहरण का पालन करूंगा।’’

चार्ल्स (73) ने कहा ‘‘महारानी ने खुद जिस समर्पण के साथ काम किया मैं भी अब संकल्प लेता हूं कि शेष समय में ईश्वर मुझे संवैधानिक सिद्धांतों को हमारे राष्ट्र के हित में कायम रखने की शक्ति दें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इन जिम्मेदारियों को उठाते हुए मैं संवैधानिक सरकार को बरकरार रखने के उनके प्रेरक उदाहरण का पालन करूंगा तथा इन द्वीपों के लोगों, और राष्ट्रमंडल देशों तथा विश्व भर में फैले क्षेत्रों की शांति, सौहार्द एवं समृद्धि के लिए काम करूंगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस उद्देश्य में, मुझे पता है कि मुझे उन लोगों के स्नेह और निष्ठा का साथ मिलता रहेगा तथा इन कर्तव्यों के निर्वहन में मुझे उनके निर्वाचित संसदों के वकील द्वारा निर्देशित किया जाएगा।’’

चार्ल्स तृतीय ने कहा कि वह अपनी पत्नी ब्रिटेन की रानी कैमिला (75) के निरंतर समर्थन से बहुत प्रोत्साहित हुए। चार्ल्स ने कहा, ‘‘मैं संकल्प लेता हूं कि सबके हित को ध्यान में रखते हुए राष्ट्राध्यक्ष और राष्ट्र प्रमुख के तौर पर अपने दायित्वों का निर्वाह करता रहूंगा।’’

चार्ल्स तृतीय ने कहा, ‘‘मुझे जो भारी दायित्व मिला है और जीवन भर जिसे निभाना है, मैं संकल्प लेता हूं कि ईश्वर मुझे संवैधानिक सिद्धांतों को हमारे राष्ट्र के हित में कायम रखने की शक्ति दें।’’

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…