इस साल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च होगी डिजिटल करेंसी : आरबीआई डिप्टी गवर्नर…
नई दिल्ली, 07 सितंबर। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय बैंक इस साल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा।
इंडिया आइडियाज समिट को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) सीमा पार भुगतान के लिए सबसे कुशल प्रणाली है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि 2022-23 के दौरान सीबीडीसी को लॉन्च किया जाएगा।
हालांकि, रबी शंकर ने दोहराया कि आरबीआई कैशलेस समाज का लक्ष्य नहीं बना रहा है, बल्कि ग्राहकों को व्यवहार्य विकल्प देने का इच्छुक है।
शंकर ने आगे कहा कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस या यूपीआई के और अधिक अंतर्राष्ट्रीयकृत होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि आरबीआई हितधारकों से प्राप्त फीडबैक के अनुसार डिजिटल भुगतान पर नीति को जांचने की कोशिश कर रहा है।
देश में डिजिटल भुगतान खंड के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए, शंकर ने कहा कि यह प्रति वर्ष 40 से 50 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर नेबताया कि केंद्रीय बैंक डिजिटल बुनियादी ढांचे के दायरे में डेटा गोपनीयता की रक्षा करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह डिजिटल भुगतान बुनियादी ढांचे की तकनीकी स्थिरता को बढ़ाने पर भी काम कर रहा है।
इस संबंध में, शंकर ने कहा कि आरबीआई धोखाधड़ी प्रबंधन को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…