एनएफआर का पूर्वोत्तर में पीएम गतिशक्ति योजना के जल्द अमल पर जोर…
गुवाहाटी, 03 सितंबर। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) पूर्वोत्तर भारत में प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना को तेजी से लागू करने पर जोर दे रहा है क्योंकि इस इलाके में रेलवे की तरफ से संचालित किए जा रहे यातायात में कई गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
एनएफआर के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने शुक्रवार को स्थानीय सांसदों के साथ एक बैठक में कहा कि रेलवे पूर्वोत्तर क्षेत्र में रेल यातायात बढ़ाने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिण- पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार माने जाने वाले इस क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने वाली परियोजनाओं की अहमियत पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर इलाके में पीएम गति-शक्ति योजना को तेजी से अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। इससे इस इलाके में आने वाले और यहां से जाने वाले यातायात का इस तरह एकीकरण हो सकेगा कि रेल, सड़क तथा बंदरगाह एकीकृत यातायात व्यवस्था के तौर पर काम करें।
विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों को बहु-माध्यम संपर्क सुविधा प्रदान करने के लिए अक्टूबर, 2021 में पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय विशिष्ट योजना शुरू की गई थी।
गुप्ता ने कहा कि एनएफआर को वर्ष 2025 के अंत तक 6.5 करोड़ टन यातायात को संभालने की उम्मीद है जो वर्तमान में तीन करोड़ टन है। उन्होंने कहा कि एनएफआर ने यात्रियों और माल यातायात दोनों की आवाजाही की क्षमता को और बढ़ाने के लिए कई अन्य विकास कार्यों पर प्रयास किए हैं।
एनएफआर की तरफ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस बैठक में रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दस सांसद और सांसदों के तीन प्रतिनिधि मौजूद थे।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…