गिरफ्तारी के बाद संत शिवमूर्ति को सीने में दर्द की शिकायत…
अस्पताल में कराया गया भर्ती…
चित्रदुर्ग (कर्नाटक), 02 सितंबर। मुरुगा मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू को शुक्रवार को जेल में सीने में दर्द की शिकायत के बाद बेंगलुरु के एक अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्हें माध्यमिक विद्यालय की दो नाबालिग छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में बृहस्पतिवार रात को गिरफ्तार किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
ऐसी सूचना मिली है कि महंत ने जेल में सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें चित्रदुर्ग जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उनका इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम तथा अन्य चिकित्सा जांच की गयी। पड़ोसी दावणगेरे से दो हृदय रोग विशेषज्ञों को भी बुलाया गया।
जिले के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि उनकी जांच करने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बेंगलुरु के ‘श्री जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च’ में भर्ती कराने का फैसला किया है।
डॉक्टर ने कहा, ‘‘हमने उन्हें जयदेव अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला किया है। चिकित्सा उपकरणों से लैस एक एम्बुलेंस में डॉक्टरों का एक दल उन्हें बेंगलुरु लेकर जाएगा।’’
पुलिस सूत्रों ने बताया कि महंत से, बृहस्पतिवार देर रात को गिरफ्तार करने के बाद कई घंटों तक पूछताछ की गयी। उन्होंने बताया कि जेल भेजने के बाद महंत को कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो गयी थीं, जिसके बाद उन्हें जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक के. परशुराम ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तारी के तुरंत बाद शरणारू को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। शरणारू पर माध्यमिक विद्यालय की दो छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून तथा अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज है।
राज्य में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित एवं प्रभावशाली मठों में से एक के महंत से पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार ने एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की। कुमार इस मामले में जांच अधिकारी हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुरुगा मठ के महंत के साथ ही चार अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से एक व्यक्ति ‘सांत्वना केंद्र’ में काम करता है। एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। दो आरोपी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
सांत्वना केंद्र महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशालय का काउंसलिंग केंद्र है।
परशुराम ने बताया कि पुलिस महंत से और पूछताछ करने के लिए उन्हें पुलिस हिरासत में भेजने की अर्जी दायर करेगी।
ऐसा आरोप है कि मठ द्वारा चलाए जा रहे एक विद्यालय में पढ़ने वाली तथा छात्रावास में रहने वाली 15 और 16 साल की दो लड़कियों का यौन शोषण किया गया।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…