श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की राजनीतिक दलों से सर्वदलीय सरकार में शामिल होने की अपील…
कोलंबो, 30 अगस्त। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने देश में अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से निपटने के लिए सभी दलों से सरकार में शामिल होने और ‘हस्तक्षेप के औजार’ के रूप में इसका (देश का) इस्तेमाल करने से ‘‘मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देशों’’ को रोकने की मंगलवार को अपील की।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका के एक बंदरगाह पर चीन के एक हाईटेक पोत को आने की अनुमति दिये जाने को लेकर कुछ दिन पहले भारत और चीन के बीच जुबानी जंग हुई थी।
राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की यह टिप्पणी वित्त मंत्री के तौर पर 2022 के लिए उनके द्वारा संशोधित बजट पेश किये जाने के दौरान आयी है।
विक्रमसिंघे ने कहा, ‘‘हम अब रिण सहायता पर निर्भर देश नहीं रह सकते हैं। हमारा इस्तेमाल अब मजबूत अर्थव्यवस्था वाले अन्य देशों द्वारा हस्तक्षेप के औजार के रूप में नहीं किया जा सकता।’’
चीनी पोत ‘युआन वांग5’ के श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर आने को लेकर चीन और भारत के बीच जुबानी जंग होने के कुछ दिनों बाद उनकी यह टिप्पणी आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सब कुछ तभी हासिल किया जा सकता है, जब हम साझा सहमति के साथ एकजुट होकर काम करें। मैं संसद में प्रतिनिधित्व रख रहे सभी दलों को एक सर्वदलीय सरकार में शामिल होने का अपना न्योता दोहराता हूं क्योंकि देश की जरूरतों को प्राथमिकता दिये जाने की जरूरत है।’’ श्रीलंका ने पोत को 16 से 22 अगस्त तक पोत को अपने बंदरगाह पर लगाने की अनुमति दी थी।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…