मीशो सुपरस्टोर ने भारत में बंद किया अपना किराना का कारोबार, कई कर्मचारी निकाले गए
नई दिल्ली, 27 अगस्त । घरेलू सोशल कॉमर्स कंपनी मीशो ने कथित तौर पर भारत में अपना किराना कारोबार बंद कर दिया है। मीशो सुपरस्टोर के बंद होने के बाद लगभग 300 मीशो कर्मचारियों की नौकरी चली गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपने किराना कारोबार को भारत के 90 प्रतिशत से अधिक शहरों (नागपुर और मैसूर को छोड़कर) में बंद कर दिया गया है। इसके चलते कई लोगों की नौकरी चली गई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मीशो सुपरस्टोर के बंद होने के बाद लगभग 300 मीशो कर्मचारियों की नौकरी चली गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मीशो ने नौकरी से निकाले गए लोगों को दो महीने का वेतन देने की बात कही है। हालांकि, कंपनी की तरफ से अभी कोई टिप्पणी नहीं की गई है। अप्रैल में, मीशो ने फ़ार्मिसो को सुपरस्टोर में रीब्रांड किया था। जिसका उद्देश्य टियर 2 बाजारों और उससे आगे के डेली आवश्यक वस्तुओं की कंज्यूमर डिमांड को पूरा करना था। उसी महीने, कंपनी ने 150 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया, जिनमें से ज्यादातर फ़ार्मिसो से थे।
सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने पहले महामारी की पहली लहर में 200 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की थी। रिपोर्ट के अनुसार, “ज्यादातर शहरों में परिचालन बंद करने के स्टार्टअप के फैसले के पीछे कम रेवेन्यू और लिक्विडिटी की कमी है।” मीशो सुपरस्टोर छह राज्यों – कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में चालू था।
बता दें कि मीशो के संस्थापक और सीईओ विदित आत्रे ने कहा था कि कंपनी मीशो सुपरस्टोर को अपने मुख्य ऐप के साथ एकीकृत करना चाहती है। ऑनलाइन किराने की खरीदारी को किफायती बनाने के लिए मीशो ने कर्नाटक में एक पायलट लॉन्च किया था और कंपनी का लक्ष्य 2022 के अंत तक 12 राज्यों में सुपरस्टोर उपलब्ध कराना था। मीशो हाल ही में 10 करोड़ ट्रांजैक्शन करने वाले यूजर्स तक पहुंच गया है। कंपनी ने दावा किया कि मार्च 2021 के बाद से प्लेटफॉर्म पर लेन-देन करने वाले उपयोगकर्ता आधार में 5.5 गुना वृद्धि हुई है, जबकि इसी अवधि के दौरान वर्गीकरण 9एक्स से बढ़कर 72 मिलियन हो गया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…