साप्ताहिक शेयर समीक्षा : 5 सप्ताह की तेजी पर ब्रेक, सेंसेक्स और निफ्टी में 1 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट…
नई दिल्ली, 27 अगस्त। शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार में पिछले 5 सप्ताह से लगातार चली आ रही तेजी पर ब्रेक लगता हुआ नजर आया। कारोबारी सप्ताह की शुरुआत ही भारी गिरावट के साथ हुई थी। इसके बाद पूरे सप्ताह शेयर बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही। जिसके कारण बाजार का कारोबार एक सीमित दायरे में घूमता रहा।
सेंसेक्स और निफ्टी दोनों बेंचमार्क इंडेक्स में पूरे सप्ताह के कारोबार के बाद 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इस सप्ताह मिलेजुले वैश्विक संकेतों, डॉलर के दाम में आई तेजी और कच्चे तेल की कीमत के उतार-चढ़ाव के कारण बने दबाव की वजह से पिछले 5 सप्ताह से लगातार जारी तेजी का सिलसिला थम गया। हालांकि इस सप्ताह भी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से खरीदारी जारी रखने के कारण बाजार को काफी सहारा मिला।
सोमवार यानी 22 अगस्त से लेकर शुक्रवार 26 अगस्त तक के इस कारोबारी सप्ताह के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 812.28 अंक यानी 1.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,833.87 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 199.55 अंक यानी 1.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,558.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इस सप्ताह की गिरावट के बावजूद पहले के कारोबारी सप्ताहों में आई तेजी की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही जुलाई के स्तर से ऊपर उठकर कारोबार कर रहे हैं, जिसकी वजह से इस महीने अभी तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों में ओवरऑल 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ चुकी है।
शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई के लार्जकैप इंडेक्स में करीब 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में से पीबी फिनटेक, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इंफोसिस, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन, ल्यूपिन और बर्जर पेंट्स बिकवाली के दबाव की वजह से टॉप लूजर की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी, पंजाब नेशनल बैंक, एनएमडीसी, बैंक ऑफ बड़ौदा और कोल इंडिया लिमिटेड खरीदारी के सपोर्ट से लार्जकैप इंडेक्स के टॉप गेनर्स की सूची में शामिल हुए।
लार्जकैप इंडेक्स के विपरीत मिडकैप इंडेक्स और स्मॉलकैप इंडेक्स में पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान तेजी का रुख बना रहा। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में ओवरऑल 0.6 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इंडेक्स में शामिल कंपनियों में से न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी, आरबीएल बैंक, एबीबी इंडिया, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और आईडीबीआई बैंक खरीदारी के सपोर्ट से टॉप गेनर में शामिल हुए। दूसरी ओर अडाणी पावर, एम्फैसिस और बालकृष्ण इंडस्ट्रीज के शेयरों में सबसे अधिक बिकवाली का दबाव बना रहा।
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान ओवरऑल 1 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इंडेक्स में शामिल शेयरों में से 62 शेयरों में 10 से लेकर 33 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इन शेयरों में मेडिकेमन बायोटेक, सी-मैक, किंगफा साइंस एंड टेक्नोलॉजी, सूर्या रोशनी, एचपीएल इलेक्ट्रिक एंड पावर, इंडोस्टार कैपिटल फाइनेंस, रिलायंस कम्युनिकेशंस, अनंत राज, यूफ्लेक्स, शिवालिक रसायन, लूमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजी और टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग के नाम सबसे आगे रहे। दूसरी ओर हटसन एग्रो प्रोडक्ट्स, सेंट्रम कैपिटल, टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र), गुजरात मिनिरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, पीएनबी गिल्ट्स, पटेल इंजीनियरिंग कंपनी, एपीएल अपोलो ट्यूब्स, फोर्ब्स गोकैक और सद्भाव इंजीनियरिंग के शेयरों में 8 से लेकर 11 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान सेक्टोरल इंडेक्स के लिहाज से देखा जाए तो निफ्टी आईटी इंडेक्स में 4.5 प्रतिशत, फार्मास्यूटिकल इंडेक्स में 1.7 प्रतिशत और हेल्थकेयर इंडेक्स में 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी और निफ्टी के पीएसयू बैंक इंडेक्स में 4.4 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
इस कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में नेट बायर (खरीदार) की भूमिका निभाते रहे। शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी निवेशकों ने कुल 450.36 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस महीने अभी तक विदेशी निवेशक 18,420.9 करोड़ रुपये की खरीदारी कर चुके हैं। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान 503.32 करोड़ रुपये की बिकवाली की। अगस्त के महीने में अभी तक घरेलू संस्थागत निवेशक कुल 6,555.99 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं।
बाजार में जारी मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए जानकारों का कहना है कि फिलहाल किसी भी निवेशक को आक्रामक तरीके से कारोबार करने से बचना चाहिए। भारतीय शेयर बाजार में 5 सप्ताह बाद गिरावट का रुख बना है। लगातार 5 सप्ताह की तेजी के बाद बाजार कंसोलिडेट होता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में अभी कुछ और दिन तक बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रह सकती है। इसलिए छोटे निवेशकों को बाजार की स्थिति पर नजर रखते हुए काफी संभलकर निवेश करने की योजना बनानी चाहिए।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…