सार्वजनिक व्यवस्था का हवाला देते हुए एस्टोनिया ने सोवियत स्मारक हटाने का फैसला किया

सार्वजनिक व्यवस्था का हवाला देते हुए एस्टोनिया ने सोवियत स्मारक हटाने का फैसला किया

 

कोपनहेगन, 16 अगस्त । एस्टोनिया की सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसने बाल्टिक देश के रूसी भाषी क्षेत्र के एक सीमावर्ती शहर में सार्वजनिक व्यवस्था को जोखिम के कारण एक सोवियत स्मारक को हटाने का फैसला किया है।

देश की प्रधानमंत्री कजा कल्लास ने कहा, “कोई नहीं चाहता कि हमारा युद्धकारी और शत्रुतापूर्ण रवैया वाला पड़ोसी हमारे घर में तनाव उत्पन्न करे।”

एस्टोनिया ने यूक्रेन पर रूस के जारी हमलों के बीच यह कदम उठाया है।

कल्लास ने कहा, “हम रूस को एस्टोनिया में शांति भंग करने के लिए अतीत का इस्तेमाल करने का अवसर नहीं देंगे।”

एस्टोनिया के तीसरे सबसे बड़े शहर नार्वा में बड़ी संख्या में रूसी भाषी आबादी रहती है। इसके बाहर उन रूसी सैनिकों की याद में एक स्मारक बना है जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी से एस्टोनिया को मुक्त कराने की लड़ाई में मारे गए थे।

बाल्टिक न्यूज सर्विस के अनुसार, एस्टोनियाई गृह मंत्री लॉरी लानेमेट्स ने कहा कि मंगलवार को पूरा स्मारक गिराया जा रहा है और इस अभियान को पूरी गरिमा के साथ संपन्न किया जाएगा, उदाहरण के लिए, स्मारक पर रखे फूलों और मोमबत्तियों को फेंका नहीं जाएगा तथा उन्हें कब्रिस्तान ले जाया जाएगा।

एस्टोनियाई प्रसारक ईआरआर ने कहा कि स्मारक को गिराने का काम जारी है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…