भारतीय खेलों का स्वर्णिम काल दस्तक दे रहा है : प्रधानमंत्री मोदी

भारतीय खेलों का स्वर्णिम काल दस्तक दे रहा है : प्रधानमंत्री मोदी

 

नई दिल्ली, 13 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्मिघम राष्ट्रमंडल खेलों में 61 पदक जीतकर लौटे भारतीय दल का अभिनंदन करते हुए शनिवार को कहा कि भारतीय खेलों का स्वर्णिम काल दस्तक दे रहा है और अच्छे प्रदर्शन पर संतोष करके चुप नहीं बैठना है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने निवास स्थान पर भारतीय दल की मेजबानी की। भारतीय खिलाड़ियों ने बर्मिघम खेलों में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य समेत 61 पदक जीते।

प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप सभी वहां मुकाबला कर रहे थे लेकिन समय का अंतर होने के कारण हिंदुस्तान में करोड़ों भारतीय रतजगा कर रहे थे। देर रात तक आपके हर एक्शन पर देशवासियों की नजर थी। बहुत से लोग अलार्म लगाकर सोते थे कि आपके प्रदर्शन का अपडेट लेंगे। खेलों के प्रति इस दिलचस्पी को बढाने में आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है और इसके लिये आप सभी बधाई के पात्र हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बार का हमारे प्रदर्शन का ईमानदार आकलन सिर्फ पदकों की संख्या से संभव नहीं है। हमारे कितने खिलाड़ी इस बार करीबी मुकाबले खेलते नजर आये और यह भी किसी पदक से कम नहीं है। प्वाइंट एक सेकंड का फासला रह गया होगा लेकिन उसे भी हम कवर कर लेंगे क्योंकि ये मेरा आप पर विश्वास है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जो खेल हमारी ताकत रहे हैं उनको तो हम मजबूत कर रही रहे हैं। हम नये खेलों में भी अपनी छाप छोड़ रहे हैं।हॉकी में जिस प्रकार हम अपनी विरासत को फिर हासिल कर रहे हैं, उसके लिये मैं दोनों टीमों के प्रयास, मेहनत और मिजाज की सराहना करता हूं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पिछली बार की तुलना में इस बार हमने चार नये खेलों में जीत का नया रास्ता बनाया। लॉन बॉल्स से लेकर एथलेटिक्स तक अभूतपूर्व प्रदर्शन रहा है जिससे नये खेलों में युवाओं का रूझान बढने वाला है। इसी तरह नये खेलों में प्रदर्शन सुधारते चलना है।’’

उन्होंने हालांकि कहा, ‘‘यह शुरूआत है और हम संतोष करके चुप बैठने वाले नहीं है। भारत के खेलों का स्वर्णिम काल दस्तक दे रहा है। यह अच्छी बात है कि खेलों इंडिया और टॉप्स के कई खिलाड़ियों ने इस बार बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन इन प्रयासों को और तेज करना है। कोई भी प्रतिभाा छूटनी नहीं चाहिये क्योंकि वह देश की संपदा है।’’ उन्होंने खिलाड़ियों से कहा, ‘‘अब आपके सामने एशियाई खेल हैं। आप जमकर तैयारी कीजिये। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप रोल मॉडल के रूप में देश की युवा पीढी को प्रेरित करना जारी रखें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी सीनियर खिलाड़ियों ने उम्मीद के अनुसार लीड किया और युवाओं ने तो कमाल ही कर दिया। मेरी खेलों से पहले जिन युवा साथियों से बात हुई थी, उन्होंने अपना वादा निभाया। ’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपकी सिद्धि का यश आपके साथ जुड़कर जैसे हर हिंदुस्तानी गर्व करता है, मैं भी गर्व कर रहा हूं। दो दिन बाद देश आजादी के 75 वर्ष पूरे करने वाला है। यह गर्व की बात है कि देश आप सभी की मेहनत से एक प्रेरणादायक उपलब्धि के साथ आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर रहा है।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेल शुरू होने से पहले मैने आपसे वादा किया था कि लौटने पर मिलकर विजयोत्सव बनायेंगे। मुझे विश्वास था कि आप विजयी होकर आयेंगे। मेरा मैनेजमेंट भी था कि कितनी भी व्यस्तता होगी, आपके साथ यह विजयोत्सव मनाऊंगा। आज ये विजय के उत्सव का ही अवसर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अभी आपसे बात करते हुए मैने आपका आत्मविश्वास और हौसला देखा और वही आपकी पहचान है। जिसने पदक जीता वह भी और जो आगे पदक जीतने वाले हैं, वे भी आज प्रशंसा के पात्र हैं।’’ उन्होंने खिलाड़ियों की सफलता में कोचों और खेल महासंघों की भूमिका को भी सराहा। इसके साथ ही उन्होंने मामल्लापुरम में हुए शतरंज ओलंपियाड में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और पदक विजेताओं को भी बधाई दी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…