टैक्स घोटाले को लेकर जर्मनी के चासंलर शॉल्ज पर दबाव बढ़ा…
बर्लिन,। जर्मनी के मुख्य विपक्षी दल ने चांसलर ओलाफ शॉल्ज से कहा है कि जब वह वह हैम्बर्ग के मेयर थे, उस दौरान बड़े पैमाने पर हुई कथित कर चोरी के घोटाले में अपनी भूमिका स्पष्ट करें।
चांसलर ने 2016 और 2017 में निजी बैंक एम.एम. बारबर्ग के साथ बैठकें की थीं और अब उनसे उस संबंध में सवाल किए जा रहे हैं।
उनकी मुलाकात के बाद हैम्बर्ग के अधिकारियों ने बैंक से कर रिफंड के तहत लाखों यूरो चुकाने की मांग को छोड़ दिया था।
चांसलर ने कोई गलत काम करने से इनकार करते हुए कहा है कि वारबर्ग के साथ हुई बैठकों का विवरण उन्हें नहीं याद है।
हालांकि क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स पार्टी के वरिष्ठ सांसद थॉर्स्टन फ्रे ने कहा कि हाल ही में चांसलर के एक एक करीबी पार्टी सहयोगी के पास से करीब दो लाख यूरो नकद पाए जाने के बाद इस संबंध में सवाल पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चांसलर को स्थिति स्पष्ट करने की जरूरत है।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…