सुनक को पिछड़ता देख अनिवासी भारतीयों ने शुरू किया विशेष अभियान
-ऋषि को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाने के लिए किये जा रहे हवन
-रिपब्लिकन हिंदू कॉलिशन ने किया सुनक को समर्थन का ऐलान
लंदन, 09 अगस्त । ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में भारतवंशी ऋषि सुनक को पिछड़ता देख अनिवासी भारतीयों ने उन्हें जिताने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। ऋषि को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाने के लिए हवन किये जा रहे हैं। ब्रिटेन के हिंदू संगठन रिपब्लिकन हिंदू कॉलिशन ने सुनक को समर्थन का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता चुनने की दौड़ में बचे अंतिम दो उम्मीदवार ऋषि सुनक और लिज़ ट्रस इस समय अपनी पार्टी के सदस्यों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सितंबर में पार्टी सदस्यों की अंतिम वोटिंग के जरिए नए पीएम का चयन होगा। कई चरणों में चुनाव प्रक्रिया जारी है।
अब तक हुए दो जनमत सर्वेक्षणों में ट्रस ने सुनक पर बढ़त बना ली है। ऐसे में सुनक को पिछड़ता देख ब्रिटेन में रहने वाले अनिवासी भारतीयों ने उन्हें जिताने के लिए अभियान छेड़ दिया है। उनकी जीत के लिए विशेष पूजा और हवन किये जा रहे हैं। अनिवासी भारतीयों को सुनक पर पूरा भरोसा है। उनका मानना है कि सुनक ब्रिटेन को वित्तीय संकट से बाहर निकाल सकते हैं, इसलिए वे उनकी जीत की कामना से हवन व प्रार्थना कर रहे हैं। उनका कहना है कि सुनक भारतीय हैं, इसलिए वे हवन व प्रार्थना नहीं कर रहे हैं, बल्कि वे सक्षम प्रत्याशी हैं, इसलिए उनकी जीत की कामना कर रहे हैं।
इस बीच ब्रिटेन के एक संगठन रिपब्लिकन हिंदू कॉलिशन (आरएचसी) ने प्रधानमंत्री पद के लिए ऋषि सुनक को समर्थन का एलान किया है। संगठन के संस्थापक, अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शलभ कुमार ने कहा कि ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के रूप में सुनक को समर्थन दिया गया है, क्योंकि सुनक आरएचसी से जुड़े लोगों के मूल्यों एवं सिद्धांतों का सम्मान करते हैं।
उन्होंने कहा कि आरएचसी सुनक का समर्थन केवल इसलिए नहीं कर रहा क्योंकि वह हिंदू हैं, बल्कि इसलिए भी कर रहा है क्योंकि रिपब्लिकन हिंदू कॉलिशन की तरह सुनक हमारे मूल मूल्यों एवं संस्थापक सिद्धांतों का पूरी तरह सम्मान करते हैं, जिसमें सीमित शक्तियों वाली सरकार के साथ मुक्त उद्यम, राजकोषीय अनुशासन, पारिवारिक मूल्य और दृढ़ विदेश नीति शामिल है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…