नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर चीन-अमेरिका आमने-सामने
-पेलोसी ताइवान पहुंचीं तो चुप नहीं बैठेगी पीएलए : चीन
-पेलोसी की यात्रा पर कोई टिप्पणी बर्दाश्त नहीं: अमेरिका
वाशिंगटन/बीजिंग, 02 अगस्त । अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने आ गये हैं। चीन ने अमेरिका को अप्रत्याशित अंजाम की धमकी दी है तो अमेरिका ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि नैंसी को ताइवान जाने का पूरा अधिकार है।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी एशियाई देशों की यात्रा पर हैं और सिंगापुर पहुंच चुकी हैं। वाशिंगटन से सैन्य विमान सी-40सी से रवाना हुए पेलोसी के सिंगापुर से ताइवान पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। वे मलेशिया, दक्षिण कोरिया और जापान भी जाएंगी। माना जा रहा है कि वे ताइवान में एक दिन रुक कर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। ताइवान के जिन लोगों से पेलोसी को मिलना है, उन्हें इसकी सूचना दे दी गयी है। ताइवान में उनकी सुरक्षा के मजबूत इंतजाम किये गए हैं। ताइवान के पास तैनात एक अमेरिकी रक्षा पोत ने पेलोसी के विमान को ताइवान में सुरक्षित उतारने की तैयारी की है।
पेलोसी की ताइवान यात्रा का चीन विरोध कर रहा है। दरअसल, चीन ताइवान को अपना स्वशासित क्षेत्र मानता है और वह नहीं चाहता है कि पेलोसी वहां जाएं। पेलोसी पिछले 25 सालों में ताइवान जाने वाली पहली शीर्ष अमेरिकी अधिकारी होंगी। इस पर चीन के राष्ट्रपति पिछले सप्ताह स्वयं ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को फोन कर आपत्ति जता चुके हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि वह अमेरिका को फिर चेतावनी देते हैं कि यदि पेलोसी ताइवान पहुंचीं तो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) चुपचाप नहीं बैठेगी।
चीन ने इस संबंध में अमेरिका को कड़ा विरोध पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका गलत रास्ते पर अडिग रहा तो हम अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की खातिर कड़े कदम उठाएंगे। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा समन्वयक जॉन किर्बी ने भी चीन को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ताइवान यात्रा पर जाने का फैसला प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष का है। अमेरिका इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं बर्दाश्त करेगा। उन्हें ताइवान जाने का पूरा अधिकार है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…