भारत के साथ व्यापार, निवेश प्रोत्साहन के लिए ब्रिटिश सांसदों ने बनाया समूह
लंदन, 27 जुलाई । भारत के साथ व्यापार एवं निवेश के अलावा लोगों के आपसी संपर्क को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटेन के सांसदों का एक नया बहुदलीय समूह गठित किया गया है।
भारत की आजादी के 75वें साल के मौके पर आयोजित होने वाले समारोहों के क्रम में ब्रिटिश संसद के 25 सदस्यों ने मिलकर इस समूह के गठन पर सहमति जताई थी। पिछले हफ्ते इस समूह को औपचारिक रूप से पंजीकृत करा दिया गया। इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों एवं विचारों के लोग शामिल हैं।
भारत (व्यापार एवं निवेश) सर्वदलीय संसदीय समूह (एपीपीजी) का घोषित उद्देश्य दोनों देशों के नागिरकों की बेहतरी के लिए व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही यह समूह भारत एवं ब्रिटेन के बीच एक समावेशी सजीव पुल बनाने के लिए भी काम करेगा।
यह संसदीय समूह औपचारिक तौर पर अपना काम सितंबर में शुरू करेगा जब ग्रीष्म अवकाश के बाद संसद अधिवेशन फिर से शुरू होगा।
एपीपीजी ने भारत एवं ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी वार्ता को समर्थन देने के साथ ही दोनों देशों के इससे लाभान्वित होने की उम्मीद जताई है।
सांसदों के इस समूह के सह-अध्यक्ष एवं विपक्षी लेबर पार्टी के सांसद नवेंदु मिश्रा ने कहा, ‘भारत की आजादी के 75 साल पूरा होने के समय भारत के लिए केंद्रित एक सर्वदलीय संसदीय समूह का गठन भारत एवं ब्रिटेन की संसद के बीच तालमेल बिठाने का काम करेगा।’
भारतीय मूल के सांसद मिश्रा ने कहा, ‘लोगों में किया जाने वाला निवेश आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है। एपीपीजी का इरादा भारत और ब्रिटेन दोनों ही देशों के लोगों को लाभ पहुंचाना है।’
इस संसदीय समूह के सह-अध्यक्ष एवं भारतीय मूल के उद्यमी लॉर्ड करण बिल्मोरिया ने इसे भारत-ब्रिटेन व्यापार साझेदारी में एक नया अध्याय बताते हुए कहा, ‘मैं एक बेहतरीन व्यापार समझौते को संपन्न कराने और उसके कारगर क्रियान्वयन के लिए अथक परिश्रम करुंगा।’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…