लेडी कांस्टेबल सहित परिवार के तीन लोगों की हत्या में खुलासा,
एसएसपी का ड्राइवर निकला हत्यारा
जमशेदपुर। जमशेदपुर पुलिस लाइन फ्लैट में लेडी कांस्टेबल सविता मुर्मू सहित उनकी मां और बेटी की हत्या एसएसपी ऑफिस में पोस्टेड ड्राइवर रामचंद्र ने की थी। सविता के साथ उसके प्रेम संबंध थे और हाल के कुछ महीनों से सुंदर टुडू नामक एक दूसरे युवक से उसकी नजदीकी बढ़ने से नाराज होकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने एसएसपी के ड्राइवर रामचंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। विगत 19 जुलाई को हुए इस ट्रिपल मर्डर का खुलासा एसएसपी प्रभात कुमार ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में किया।
पुलिस के अनुसार, सविता के पति की नक्सली हमले में मौत के बाद उन्हें अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिली थी। जमशेदपुर के एसएसपी ऑफिस में पोस्टिंग के बाद ड्राइवर रामचंद्र के साथ उसके प्रेम संबंध विकसित हो गये। वह उसके घर भी आता-जाता था और कई बार रात भी गुजारता था। इसी बीच कुछ महीने पहले जमशेदपुर के एक मॉल में काम करने वाले दूर के रिश्तेदार सुंदर से भी सविता की नजदीकी बढ़ी।
पुलिस के मुताबिक, रामचंद्र ने इसपर सुंदर को रास्ते से हटाने की योजना बनायी थी। उसे सूचना थी कि सुंदर 19 जुलाई की रात सविता के घर आनेवाला है। उसने तय किया था कि वह यहीं सुंदर की हत्या कर देगा। हालांकि सुंदर किसी वजह से उस रात नहीं आया। इस बीच एक कमरे में सविता और रामचंद्र के बीच सुंदर को लेकर विवाद शुरू हो गया। आवेश में आकर सुंदर ने सविता पर रॉड से वार कर दिया जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी। चीख सुनकर बगल के कमरे में सोयी सविता की बेटी गीता अपनी मां के कमरे में पहुंची तो चीख उठी। रामचंद्र ने उसपर भी रॉड से हमला कर जान ले ली। उसने घर में बची सविता की मां को भी मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद वह देर रात ही कमरे से बाहर निकला और ताला लगाकर चाबी अपने साथ ले गया। उसने हमले में इस्तेमाल किया रॉड रास्ते में फेक दिया। रामचंद्र दूसरे दिन काम पर लौट गया। 21 जुलाई को पड़ोसियों ने वरीय अधिकारियों को सूचना दी कि कमरे से बदबू आ रही है, जिसके बाद कमरे का ताला तोड़कर तीनों के शव बरामद किये गये। पुलिस ने सविता के मोबाइल के कॉल डिटेल्स से हुए संदेह के आधार पर रामचंद्र को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारी कहानी उगल दी।