ग्रामीणों का अनोखा प्रदर्शन, बस शेल्टर के उद्धाघन समारोह में…

ग्रामीणों का अनोखा प्रदर्शन, बस शेल्टर के उद्धाघन समारोह में…

भैंस को बनाया चीफ गेस्ट…

गडग (कर्नाटक), 22 जुलाई। कर्नाटक में ग्रामीणों को अनोखा विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला, जहां 40 साल से न तो अधिकारियों ने और न ही विधायकों ने बस शेल्टर बनवाया। इससे नाराज होकर गांव वालों ने धन जुटाकर खुद ही बस शेल्टर का निर्माण कर लिया।

इस मौके पर नेताओं या अधिकारी को बुलाने के बजाए ग्रामीणों ने मुख्य अतिथि के तौर पर भैंस को आमंत्रित किया और उद्धाघन के लिए भैंस लेकर गए। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जो सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं की कार्यशैली पर सवाल उठाता है।

मामला, राज्य के गडग जिले के लक्ष्मेश्वर तालुक के बालेहोसुर गांव का है। यहां लोग पिछले 40 साल से बस शेल्टर बनवाने की मांग कर रहे हैं। निर्माण न होने के कारण बस शेल्टर को डंपिंग यार्ड में बदल दिया गया।

तेज धूप और तेज बारिश में यात्रियों को इसी स्थान के पास बसों का इंतजार करना पड़ता था।

किसान नेता लोकेश जलावदगी ने बताया कि बस शेल्टर बनाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा गया था। हमने भाजपा विधायक रामप्पा लमानी और सांसद शिवकुमार उदासी से कई बार अनुरोध भी किया था।

विरुपाक्ष इटागी कहते हैं, गांव की आबादी 5,000 है और हर रोज सैकड़ों छात्र गांव से आसपास के शहरों की यात्रा करते हैं।

मांग पर कार्रवाई न होते देख ग्रामीणों ने सरकार की उदासीनता के खिलाफ एक अनोखे तरीके से विरोध करने का फैसला किया।

उन्होंने नारियल की शाखाओं से शेल्टर की छत का निर्माण किया और एक भैंस को मुख्य अतिथि बनाया। बस शेल्टर के उद्धाघन में भैंस को सजा-धजा कर लाया गया और फिर रिबन काटा गया।

सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो वायरल होने के बाद अधिकारियों और विधायकों ने आश्वासन दिया कि वे जल्द ही बस शेल्टर बनाएंगे।

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…