नीरज ने पहली बार विश्व चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई किया, रोहित ने भी किया कमाल…
यूजीन, 22 जुलाई। ओलंपिक चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में 88.39 मीटर का थ्रो फेंककर पहली बार विश्व चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई कर लिया जबकि रोहित यादव ने भी फाइनल में पहुंचकर भारत के लिये नया इतिहास रच दिया।
पदक के प्रबल दावेदार चोपड़ा ने ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में शुरूआत की और 88.39 मीटर का थ्रो फेंका। यह उनके कैरियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। वह गत चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स के बाद दूसरे स्थान पर रहे। पीटर्स ने ग्रुप बी में 89.91 मीटर का थ्रो लगाया।
चोपड़ा ने कहा, ‘‘यह अच्छी शुरूआत थी। मैं फाइनल में अपना सौ प्रतिशत दूंगा। हर दिन अलग होता है। हमें नहीं पता कि किस दिन कौन कैसा थ्रो फेंकेगा।’’
उन्होंने का, ‘‘मेरे रनअप में थो़ड़ी दिक्कत थी लेकिन थ्रो अच्छा रहा। बहुत सारे खिलाड़ी अच्छे फॉर्म में हैं।’’
चोपड़ा का क्वालीफिकेशन राउंड कुछ मिनट ही चला क्योंकि स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क पहले ही प्रयास में हासिल करने से उन्हें बाकी दो थ्रो फेंकने नहीं पड़े। हर प्रतियोगी को तीन मौके मिलते हैं।
रोहित ने ग्रुप बी में 80.42 मीटर का थ्रो फेंका। वह ग्रुप बी में छठे स्थान पर और कुल 11वें स्थान पर रहे। उनका दूसरा थ्रो फाउल रहा और आखिरी प्रयास में 77.32 मीटर का थ्रो ही फेंक सके। उनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 82.54 मीटर है जब राष्ट्रीय अंतर प्रांत चैम्पियनशिप में पिछले महीने रजत पदक जीता था।
पदक का मुकाबला रविवार को सुबह सात बजकर पांच मिनट पर होगा।
दोनों क्वालीफिकेशन ग्रुप से 83.50 मीटर की बाधा पार करने वाले या शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में पहुंचे हैं।
चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 89.94 मीटर है। उन्होंने लंदन विश्व चैम्पियनशिप 2017 में खेला था लेकिन फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाये थे।
दोहा में 2019 विश्व चैम्पियनशिप में वह कोहनी के आपरेशन के कारण नहीं खेल सके थे।
चोपड़ा ने इस सत्र में दो बार पीटर्स को हराया है जबकि पीटर्स डायमंड लीग में विजयी रहे थे। पीटर्स तीन बार 90 मीटर से अधिक का थ्रो फेंक चुके हैं।
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…