जापान के प्रधानमंत्री ने आबे के अधूरे लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एकजुटता का आह्वान किया…
तोक्यो, 11 जुलाई। नए चुनावी जनादेश से उत्साहित जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने सोमवार को राजनीतिक स्थिरता, पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सेना को मजबूत करने और युद्ध-त्याग करने वाले संविधान को संशोधित करने के अधूरे लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एकजुटता का आह्वान किया।
किशिदा की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी और इसकी सहयोगी कोमैतो को 248 सदस्यीय सदन में 146 सीट पर जीत हासिल हुई है जो बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक हैं। इस जीत से स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा वर्ष 2025 तक पद पर बने रहेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा दीर्घकालिक नीतियों पर काम जारी रखेंगे।
किशिदा ने जीत का स्वागत किया, लेकिन यह भी स्वीकार किया कि आबे के बिना पार्टी को एकजुट करना एक कठिन कार्य है, जिन्होंने 2020 में प्रधानमंत्री के रूप में इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी के शक्तिशाली धड़े का नेतृत्व किया था।
किशिदा ने कहा, ‘‘चूंकि हमने एक महान नेता खो दिया है, निस्संदेह हम कई तरह से प्रभावित हो सकते हैं। हमारी पार्टी को एकजुट होना चाहिए क्योंकि हम कठिन मुद्दों का सामना करने वाले हैं।’’ उन्होंने कहा कि जापान और उसके बाहर सुरक्षा एवं आर्थिक चुनौतियों के समय में आबे की मौत सबसे दुखद है। किशिदा ने कहा, ‘‘हम उनकी इच्छा पूरी करेंगे और उन मुद्दों से निपटेंगे जिन्हें वह हासिल किए बिना चले गए, जिसमें अमेरिका द्वारा तैयार किए गए शांतिवादी संविधान में संशोधन भी शामिल है।’’
इससे पहले सोमवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संवेदना व्यक्त करने और राष्ट्रपति जो बाइडन का एक पत्र आबे के परिवार को देने के लिए किशिदा से मुलाकात की। ब्लिंकन ने किशिदा से कहा, ‘‘हम बस उन्हें यह बताना चाहते हैं कि हम व्यक्तिगत स्तर पर भी इस नुकसान की गहराई को महसूस करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दरअसल मैं यहां इसलिए हूं क्योंकि अमेरिका और जापान सहयोगी से कहीं अधिक हैं-हम दोस्त हैं।’’ ब्लिंकन ने कहा, ‘‘आबे ने अमेरिका और जापान के बीच संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बहुत अधिक काम किया।’’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…