पहचान छिपाकर रहते थे मृतक महिला और फरार आरोपी
ग्रेटर नोएडा। सेक्टर गामा वन स्थित एक मकान के अंदर बंद बोरे में मिले महिला के शव के मामले में नया मोड़ आ गया। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि महिला शादीशुदा थी। प्रेम प्रसंग के चलते महिला की हत्या की आशंका जताई जा रही है। जिस युवक के साथ महिला रह रही थी वह फरार है। फरार आरोपी की रिश्ते में महिला मौसी लगती थी। दिल्ली में रहने वाली मृतका की बहन ने फरार आरोपी की पहचान की है। वहीं, इस मामले में मकान मालिक ने महिला के साथी आशीष रंजन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
शहर के सेक्टर गामा वन में रहने वाले अवनीश ने शनिवार की रात पुलिस को सूचना दी थी कि उसके मकान की दूसरी मंजिल से बदबू आ रही है। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो मकान के अंदर कमरे में एक बंद बोरे में महिला का शव पड़ा मिला। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि मृतका पूजा सिंह मूल रूप से बिहार के बांका जिले की रहने वाली थी, जिसकी शादी झारखंड में हुई थी। लेकिन पिछले एक साल से वह ग्रेटर नोएडा में अपने परिचित बिहार निवासी आशीष रंजन के साथ रह रही थी। घटना के बाद से आशीष रंजन फरार है। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि मृतका पूजा आशीष रंजन की रिश्ते में मौसी लगती थी। आशंका है कि प्रेम प्रसंग के चलते आशीष रंजन ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस की टीम आरोपी आशीष रंजन की तलाश में जुटी है। कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार राजपूत ने बताया मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। मकान मालिक अवनीश ने आरोपी आशीष रंजन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस आरोपी आशीष रंजन की तलाश में जुटी है।
मकान मालिक अवनीश ने बताया कि करीब एक साल पहले आशीष और पूजा ने उनका मकान किराए पर लिया था। आशीष ने मकान मालिक को बताया था कि वह उसकी चचेरी बहन है। आशीष रंजन ने मकान मालिक को पूजा का नाम अन्वी बताया था। दोनों यहां पहचान छिपाकर रह रहे थे। मकान मालिक ने बताया कि कोरियर भी अन्वी के नाम पर आते थे। जिसके चलते मकान मालिक को भी दोनों पर कभी शक नहीं हुआ। मकान मालिक को पुलिस की छानबीन के बाद पता चला है कि अन्वी का असली नाम पूजा था और वह शादीशुदा थी।
मकान मालिक अवनीश ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले पूजा ने उनसे कहा था कि आशीष की नौकरी लग गई है जिसके चलते वह यहां से मकान खाली करके चले जाएंगे। 10 जुलाई को उन्होंने मकान खाली करने के लिए कहा था। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि 8 जुलाई को एक बैग लेकर आशीष घर से निकला है। इसके बाद वह वापस नहीं आया। आशंका है कि उसी दिन आशीष ने पूजा की हत्या की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गया। मकान मालिक ने बदबू आने पर शनिवार को ऊपर जाकर देखा तो दरवाजा बंद था। मकान मालिक ने दोनों के मोबाइल नंबर पर कॉल की तो स्विच ऑफ आ रहा था। फोन बंद होने और घर से बदबू आने पर उन्होंने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी थी।