घाटमपुर मुठभेड़ का मामला पहुंचा राष्ट्रीय मानवाधिकार, खुल सकती है पुलिस की पोलखोल…
मुठभेड़ से पहले दिलशाद के पिता ने अंदेशा जताकर सोशल मीडिया में पुलिस से लगाई थी गुहार…
कानपुर, 05 जुलाई। घाटमपुर पुलिस ने रविवार की देर रात मुठभेड़ में दिलशाद नाम के बदमाश को गोली मारकर घायल कर दिया। दावा किया गया कि बदमाश साथियों संग गोकशी करने जा रहा था। वहीं घायल बदमाश का पिता शमशेर साक्ष्यों के साथ दावा कर रहा है कि पुलिस मुठभेड़ फर्जी है। इसको लेकर शमशेर ने सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर के साथ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत की है। ऐसे में जांच होने पर पुलिस की पोल खुल सकती है।
पीड़ित पिता का कहना है कि रविवार की शाम सात बजे ही पुलिस ने दिलशाद को उस समय पकड़ लिया जब वह उसे कस्बे के मूसानगर रोड पर घरेलू सामान लेने गया था। इसके बाद हम लोग थाना से लेकर पुलिस चौकी के चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। इस पर आशंका हुई कि दिलशाद का एनकाउंटर हो सकता है, क्योंकि घाटमपुर इंस्पेक्टर एस के सिंह पहले भी कह चुका था कि एनकाउंटर करके अपना प्रमोशन लूंगा।
आशंका होने पर ईमेल के जरिये करीब नौ बजे पुलिस अधीक्षक आउटर से लेकर कई अधिकारियों और मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र दिया। इसके बाद पुलिस ने रात्रि में पुलिस ने दिलशाद का हाफ एनकाउंटर कर दिया और पुलिस की ओर से दावा किया गया कि रविवार की रात्रि 10:30 पुलिस की गोली से दिलशाद घायल हुआ। यह भी बताया कि जिस समय पुलिस ने दिलशाद को पकड़ा और जीप में बैठाया तो पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई। अपने को फंसता देख पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे से फुटेज निकाल लिया है।
पीड़ित पिता ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर पुलिसिया कहानी की पोल खोल दी थी। इसके बाद मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर की सहायता से पीड़ित पिता ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत की है। उन्होंने मांग की है कि पुलिस द्वारा की गई फर्जी मुठभेड़ की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह का कहना है कि पुलिस मुठभेड़ की जांच कराई जा रही है और जांच सीओ घाटमपुर कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…