इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की पीएलआई योजना के तहत 15 और फर्मों का चयन…
नई दिल्ली, 28 जून। सरकार ने मंगलवार को कहा कि अडाणी कॉपर ट्यूब्स, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स और विप्रो एंटरप्राइजेज सहित 15 फर्मों को इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत लाभार्थी के तौर पर चुना गया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इन कंपनियों ने कुल मिलाकर 1,368 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है और इनका चयन अभी अस्थाई रूप से है।
पिछले साल नवंबर में डायकिन, पैनासोनिक, सिस्का और हैवल्स सहित 42 फर्मों को इस योजना के पहले चरण में चुना गया था जिन्होंने 4,614 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई थी।
व्हाइट गुड्स श्रेणी के तहत एयर कंडीशनर और एलईडी लाइट्स से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद शामिल हैं।
सरकार ने इस साल मार्च में अधिक खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए एयर कंडीशनर और एलईडी लाइट्स के लिए अपनी 6,238 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना फिर से खोली थी। दूसरे दौर में कुल 19 कंपनियों ने आवेदन किया था।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के अतिरिक्त सचिव अनिल अग्रवाल ने इस बारे में संवाददाताओं को बताया कि पीएलआई योजना के चलते इन खंडों में घरेलू मूल्यवर्धन मौजूदा 15-20 प्रतिशत से बढ़कर 75-80 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि इस योजना और अन्य नियामक उपायों ने एयर कंडीशनर तथा एलईडी उत्पादों के क्षेत्र में मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को तेजी से बढ़ावा दिया है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘दूसरे दौर में प्राप्त 19 आवेदनों के मूल्यांकन के बाद, 1,368 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखने वाले 15 आवेदकों को अस्थायी तौर पर लाभार्थी के रूप में चुना गया है।’’
इसमें छह कंपनियों ने एयर कंडीशनर कलपुर्जों के विनिर्माण के लिए 908 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। दूसरी ओर नौ कंपनियां 460 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एलईडी लाइट घटकों का विनिर्माण करेंगी।
इन 15 कंपनियों ने पांच वर्षों में कुल 25,583 करोड़ रुपये के उत्पादन का लक्ष्य तय किया है जिससे करीब 4,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…