जलवायु चार्टर का समर्थन कर सकते हैं राष्ट्रमंडल देशों के नेता…

जलवायु चार्टर का समर्थन कर सकते हैं राष्ट्रमंडल देशों के नेता…

नैरोबी, 23 जून। राष्ट्रमंडल देशों के नेता इस सप्ताह रवांडा में होने वाली एक बैठक में जलवायु परिर्वतन के खिलाफ कार्रवाई को बढ़ाने का आह्वान कर सकते हैं और इस संबंध में एक चार्टर अपना सकते हैं। इसके बाद साल के अंत में मिस्र के शर्म अल शेख में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखरवार्ता आयोजित होनी है।

राष्ट्रमंडल महासचिव पैट्रिसिया स्कॉटलैंड ने रवांडा की राजधानी किगाली में राष्ट्रमंडल के सदस्य देशों के शासन प्रमुखों की बैठक से इतर एक बैठक में कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अब तक के सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक प्रयासों की जरूरत होगी।’’

समूह के लिए जलवायु परिवर्तन एक बड़ा विषय है। मौसम संबंधी हालिया घटनाक्रम और भीषण गर्मी, अत्यधिक तापमान, सूखा, चक्रवाती तूफान, बाढ़ और बढ़ते समुद्र स्तर जैसी घटनाएं भी राष्ट्रमंडल के सदस्य देशों को सर्वाधिक प्रभावित करती हैं।

राष्ट्रमंडल की परंपरागत प्रमुख के रूप में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के प्रतिनिधि बतौर ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स भी समूह की वैश्विक जलवायु संबंधी कार्रवाइयों की पैरोकारी कर सकते हैं। राष्ट्रमंडल देशों के नेता इस सप्ताह के अंत में बहुप्रतीक्षित ‘लिविंग लैंड्स चार्टर’ को अपना सकते हैं जो जलवायु परिवर्तन, भूमि क्षय और जैवविविधता क्षति से निपटने की कार्ययोजना है। स्कॉटलैंड ने कहा, ‘‘लिविंग लैंड्स चार्टर’ हमारी प्रतिबद्धताओं का दस्तावेज है। इससे वैश्विक औसत तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस (2.7 डिग्री फेरेनहाइट) पर रोकने के हमारे सामूहिक प्रयासों की रूपरेखा है।’’

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…