जीएसटी ने कारोबार को सुगम किया, 90 प्रतिशत कंपनियों की राय…
नयी दिल्ली, 15 जून। भारतीय उद्योग जगत की करीब 90 प्रतिशत कंपनियों मानना है कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली ने देशभर में अवरोधकों को दूर करके कारोबार को सुगम बनाया है। डेलॉयट के एक सर्वेक्षण में यह कहा गया है।
‘डेलॉयट जीएसटी @5 सर्वे 2022’ के मुताबिक जीएसटी प्रणाली ने उपभोक्ताओं तक पहुंचने वाली कीमतों, वस्तुओं एवं सेवाओं के दाम को भी सकारात्मक तरीके से प्रभावित किया है और यह आपूर्ति श्रृंखलाओं के अनुकूलन के लिहाज से भी कंपनियों के लिए मददगार है।
सरकार द्वारा कर अनुपालन का स्वचालन और ई-चालान/ई-वे सुविधा की शुरुआत सबसे लाभकारी सुधार है। इसके अलावा उद्योग जगत के प्रमुख अधिकारियों ने कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने के लिए कर व्यवस्था के सरलीकरण, मासिक तथा वार्षिक रिटर्न की स्वचालित गणना के लिए अद्यतन प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की भी प्रशंसा की है।
राष्ट्रव्यापी जीएसटी प्रणाली की शुरुआत एक जुलाई, 2017 को हुई थी।
डेलॉयट टच तोमात्सु इंडिया एलएलपी में साझेदार एवं लीड (अप्रत्यक्ष कर) महेश जयसिंह के मुताबिक हाल के महीनों में कर संग्रह में हुई बढ़त, इस प्रणाली में प्रौद्योगिकी से लैस कर सुधारों की सफलता की सूचक है। इससे पता चलता है कि यह कर प्रणाली करदाताओं के लिए सुगम भी है।
सर्वे में कहा गया, ‘‘महत्वपूर्ण क्षेत्रों के 90 प्रतिशत चीफ एक्सपीरियंस ऑफिसर्स (सीएक्सओ) इस गतिशील और प्रौद्योगिकी आधारित अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था का समर्थन करते हैं। उद्योग के दिग्गजों का ऐसा मानना है कि ‘एक राष्ट्र, एक कर’ सुधार ने देशभर में अवरोधकों को निश्चित ही दूर किया है, कारोबारी सुगमता को बढ़ावा दिया है और यह कंपनियों तथा करदाताओं दोनों के लिए प्रभावी है।’’
चार हफ्ते तक चले डेलॉयट के इस सर्वेक्षण में 234 सीएक्सओ या सीएक्सओ स्तर के अधिकारी शामिल हुए। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में जीएसटी के प्रभाव का आकलन किया गया।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…