आखिर कौन खा रहा है आपके फोन की बैटरी, जानिए इन दुश्मनों को…
हमारे मोबाइल फोन्स में ऐप्स का अंबार लगातार बढ़ रहा है, तो दूसरी ओर इसकी वजह से बैटरी की लाइफ कम हो रही है। स्मार्टफोन्स भले ही पहले से ज्यादा पावरफुल होते जा रहे हैं, लेकिन ऐप्स के बढ़ते इस्तेमाल के कारण बैटरी की समस्या जस की तस बनी हुई है। औसतन 30 ऐप्स किसी यूजर के स्मार्टफोन में होते हैं, जो बैटरी पावर को सबसे ज्यादा खत्म करते हैं। ऑनलाइन सिक्योरिटी कंपनी एवीजी की एंड्रॉयड मोबाइल पर की गई स्टडी के मुताबिक मैसेजिंग, सोशल मीडिया और एंटरटेनमेंट स्ट्रीमिंग ऐप्स बैटरी पावर की खपत के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं।
फेसबुक, वॉटसऐप और रिटेलमीनॉट जैसे ऐप्स है बैटरी के दुश्मन:- बैटरी के दुश्मन ऐप्स में सबसे ज्यादा दोषी उन ऐप्स को माना जाता है, जो फोन बूट होने के साथ-साथ अपने आप रन करने लगते हैं। फेसबुक, किक, वॉटसऐप, फेसबुक मैसेंजर और रिटेलमीनॉट जैसे ऐप्स को इस कैटेगरी में खासतौर पर शामिल किया गया है। इसके अलावा न्यूज अलर्ट देने वाले ऐप्स भी बैटरी पावर की खपत के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
ये ऐसे ऐप्स हैं, जो बैकग्राउंड में लगातार रन करते रहते हैं और इन निरंतर मैसेज और अपडेट्स आते रहते हैं। दूसरी ओर एमेजॉन, स्नैपचैट, लाइन, स्पोटिफाई, नेटफ्लिक्स जैसे ऐप्स के साथ ऐसा नहीं है, क्योंकि ये ऐसे ऐप्स हैं, जो खुद-ब-खुद स्टार्ट नहीं होते। इस तरह के ऐप्स बैटरी की खपत तभी करते हैं, जब आप लगातार उनका इस्तेमाल कर रहे हों।
16 परसेंट बैटरी खाते हैं विज्ञापन वाले ऐप्स:- फेसबुक जैसे ऐप तो बैटरी की सबसे ज्यादा पावर खर्च करते हैं, भले ही आप उनका इस्तेमाल कर रहे हों, या फिर नहीं। अमेरिका जैसे देश में तो रिटेल सेक्टर में सक्रिय वॉलमार्ट कंपनी का ऐप स्मार्टफोन बैटरी की सबसे ज्यादा खपत करने वाला ऐप माना जाता है।
कुछ समय पहले साउथ कैरोलीना की रोचेस्टर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आरआईटी) और कनाडा की क्वीन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पाया था कि जिन ऐप्स में विज्ञापन होता है, वे 16 परसेंट बैटरी ज्यादा खर्च कराते हैं। इससे स्मार्टफोन की बैटरी औसत 2.5-2.1 घंटे तक कम हो जाती है। ऐसे ऐप्स न केवल फोन को स्लो कर देते हैं, बल्कि मोबाइल डाटा का भी इस्तेमाल करते हैं।
मोबाइल गेम्स भी हैं शामिल:- कुछ मामलों में विज्ञापन वाले ऐप्स 100ः तक भी मोबाइल डाटा खर्च कराते हैं, क्योंकि उनका कंटेंट भी डाउनलोड होता है। एवीजी की स्टडी में बैटरी को खाली करने वाले मोबाइल गेम्स को भी शामिल किया गया है। यह एक ऐसा सेग्मेंट है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल यूजर्स बड़े पैमाने पर करते हैं और बड़ी संख्या में ऐप्स इसमें शामिल हैं। कैंडी क्रश सागा, क्लैश ऑफ क्लैन्स, क्रॉसी रोड्स और सॉलिटेयर जैसे गेम्स सबसे बड़े मोबाइल पावर-सकर्स माने जाते हैं।
एवीजी ने दिए कुछ टिप्स:- बैटरी लाइफ को बेहतर बनाए रखने के लिए एवीजी की ओर से कुछ टिप्स जारी किए गए हैं। ये टिप्स आपके लिए भी उपयोगो हो सकते हैं। वाईफाई, जीपीएस और ब्लूटूथ जैसी कनेक्टिविटी डिवाइसेज भी काफी हद तक बैटरी की खपत को बढ़ाती हैं। इसलिए इनका इस्तेीमाल न किया जा रहा हो, तो इन्हें टर्न-ऑफ करना ही बेहतर होता है। इसी तरह ब्राइटनेस को कम कर देने और बैकग्राउंड लोकेशन ट्रैकिंग को ऑफ करने से भी बैटरी की बचत होती है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…