आईटी सिटी बैंगलोर के बेस्ट टूरिस्ट अट्रैक्शन…
बैंगलोर यानी नई पीढ़ी का शहर, जहां नए नए हजारों सपने पल रहे होते हैं। कुछ सपनों की तलाश में इस शहर का रुख करते हैं तो कुछ यहीं की सर-जमीं से जुड़े हुए हैं। जी हां दोस्तों आज मैं अपने इस आर्टिकल में बैंगलोर के मुख्य आकर्षणों की बात कर रही हूं, जो अपने आपमें बेमिसाल हैं। कर्नाटक का बेहद खूबसूरत और आईटी सिटी के नाम से मशहूर बैंगलोर कर्नाटक राज्य की राजधानी है।
यह आकर्षक शहर भारत राज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर और पांचवां सबसे बड़ा महानगर के रूप में जाना जाता है। 1537 में बसाया गया यह नगर आज कामयाबी की अलग मुकाम पर है। बैंगलोर न सिर्फ आईटी सिटी है बल्कि यह बेहद खूबसूरत आकर्षणों की धरोहर भी है। जहां दूर दूर से पर्यटक इन आकर्षणों का लुफ्त उठाने आते हैं। तो दोस्तों सदाबहार सुहाने मौसम वाले इस बैंगलोर की क्यों न एक यादगार ट्रिप हो जाए। तो चलिए जानते हैं बैंगलोर के खूबसूरत आकर्षणों के बारे में जहां पहुंचकर सारी थकान मिट जाती है।
बैंगलोर के बेहद आकर्षण पर्यटन स्थल:-
बन्नरघट्टा पार्क:- बैंगलोर शहर से 22 किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित बन्नरघट्टा पार्क बैंगलोर शहर के मुख्य आकर्षणों में से एक है। इस पार्क में आप प्रकृति रिजर्व, चिड़ियाघर, बच्चों का पार्क, मत्स्यालय, मगरमच्छ पार्क, संग्रहालय, तितली पार्क, सांप पार्क और यहां तक कि पालतू जानवर आदि देख सकते हैं। साथ ही आप यहां सफारी का भी लुफ्त उठा सकते हैं।
मुथ्यलामादुवु:- मुथ्यलामादुवु बेहद आकर्षक पिकनिक स्थल है जो कि बैंगलोर से तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इस स्थल पर बेहद खूबसूरत करामाती झरना और एक क्लाकृतिक वाला मंदिर है। यह झरना जब गिरता है तब ऐसा व्यतीत होता है जैसे मोतियां बरस रही हों।
नंदी हिल्स (नंदी दुर्ग):- बंगलौर से 60 किमी. की दूरी पर नंदी हिल्स स्थित है। नंदी हिल्से का इतिहास बेहद दिलचस्पम है। इसकी उत्प त्ति के बारे में कई कहानियां प्रसिद्ध है। कुछ लोगों का मानना है कि इस पहाड़ी का नाम ऐसा इसलिए है क्योंुकि इसका आकार सोते हुए बैल की तरह है। इस पहाड़ी पर निर्मित मंदिरों में चोल वंश की झलक स्पिष्टन रूप से देखने को मिलती है। नंदी हिल्सर पर भारत की आजादी की लड़ाई के सबूत भी मिलते है, यहां टीपू सुल्तांन ने एक दुर्ग भी बनवाया था, जिसे नंदीदुर्ग के नाम से जाना जाता है जो भारत की आजादी की लड़ाई का महत्वापूर्ण हिस्साप है।
देवआर्यनदुर्ग:- देवआर्यनदुर्ग बंगलुरु से 65कि.मी. दूर है। हरे घने जंगलों से घिरी देवआर्यनदुर्ग की चट्टानी पहाड़ियां वास्तव में इस हिल स्टेशन की यात्रा को सुखद बनाती है। 3940 फीट की ऊंचाई पर स्थित होने के कारण इस शहर की जलवायु इसी प्रकार की है। देवआर्यनदुर्ग कर्नाटक के तुमकुर जिले में स्थित है और मंदिरों, जंगलों और साथ ही अद्भुत जलवायु तथा सुंदर नजारों के लिए प्रसिद्ध है। इस हिल स्टेशन पर स्थित भोगनरसिंह, योगनरसिंह और लक्ष्मी नरसिंह देवआर्यनदुर्ग मंदिरों तीन विषिष्ट ऊंचाइयों पर हैं। इन जंगलों में एक नर्सरी है जिसमें दुर्लभ आयुर्वेदिक पौधें हैं तथा कार फेस्टिवल और श्री नरसिंह जयंती यहां बहुत उत्साह से मनाई जाती है।
शिवासमूद्रम प्रपात:- यह बैंगलोर से 139 किलोमीटर की दूरी पर है। यह झरना बेहद खूबसूरत है। झरना कावेरी नदी से जुड़ा हुआ है। ये झरना कावेरी नदी में गिरते हुए बेहद आकर्षक लगता है जिसकी ओर पर्यटक अपने आप खिंचे चले जाते हैं। यह झरना गिरते हुए घोड़े की पूंछ के आकार का हो जाता है। शिवासमूद्रम प्रपात कावेरी नदी पर है जो 98 मीटर की ऊंचाई से गिराता है। इसका उपयोग जल विद्दुत उत्पादन के लिए होता है। इस पर स्थापित जल विद्दुत गृह एशिया का प्रथम जल विद्दुत गृह है जिसकी स्थापना 1902 में हुई।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…