विस्तार और उत्पाद में बदलाव करेगी बाटा…

विस्तार और उत्पाद में बदलाव करेगी बाटा…

मुंबई, 11 जून। फुटवियर निर्माता बाटा इंडिया का मार्च तिमाही का राजस्व एक साल पहले की अव​धि के मुकाबले करीब 13 प्रतिशत अ​धिक था और यह वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के महामारी-पूर्व स्तरों के नजदीक था। हालांकि बिक्री ओमीक्रोन की वजह से प्रभावित हुई ​थी, लेकिन उपभोक्ता धारणा में सुधार को तिमाही के बाद के हिस्से में आई तेजी से मदद मिली। सुधार के बावजूद, राजस्व वृद्धि बाजार अनुमानों के अनुरूप नहीं रही। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 का समापन 40 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि के साथ किया।

कंपनी की बिक्री कीमत वृद्धि से योगदान और सुधरते उत्पाद मिश्रण के साथ वैल्यू वृद्धि पर आधारित है। स्नीकर से मजबूत योगदान से उत्पाद मिश्रण में सुधार आया। स्नीकर का कुल बिक्री में 20 प्रतिशत का योगदान है। पिछले दो वर्षों के दौरान कुल वृद्धि को फ्रेंचाइजी में विस्तार और शॉप-इन-शॉप स्टोरों से मदद मिली। हालांकि फ्रेंचाइजी की उप​स्थिति 75 प्रतिशत तक बढ़कर 303 स्टोर पर पहुंच गई, जो शॉप-इन-शॉप के लिए 73 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 236 स्टोर थी। इन फॉर्मेटों के विस्तार की रफ्तार भविष्य में बरकरार रहने की संभावना है।

कंपनी को आवाजाही बढ़ने, स्कूलों और कार्यालयों के खुलने और सामाजिक कार्यक्रमों में तेजी आने से प्रीमियम और अन्य श्रेणी के फुटवियर की मांग सुधरने का अनुमान है। हालांकि वैल्यू वृद्धि मजबूत रही है, लेकिन बिक्री अभी भी कोविड-पूर्व स्तरों पर पहुंचनी बाकी है, लेकिन सेंट्रम ब्रोकिंग रिसर्च का अनुमान है कि यह वित्त वर्ष 2020 की बिक्री से 15 प्रतिशत नीचे है। रिकवरी के बावजूद स्कूली जूतों और ऑफिस फुटवियर की मांग महामारी से पहले जैसे स्तरों पर नहीं पहुंची है। हालांकि कंपनी ने सुधार दर्ज किया है, लेकिन यह शेयर वृद्धि के मोर्चे पर अपने प्रतिस्प​र्धियों से पीछे बना हुआ है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के जय गांधी और प्रेमराज सुरवेस का कहना है, ‘वित्त वर्ष 2019-22 के दौरान, बाटा की रिकवरी काफी हद तक प्रतिस्प​र्धियों से कमजोर रही।’

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…