निवेश की तैयारी में सिंगटेल…

निवेश की तैयारी में सिंगटेल…

नई दिल्ली, 28 मई। सिंगापुर की दूरसंचार कंपनी सिंगटेल ने क्षेत्रीय सहायक इकाइयों और संयुक्त उद्यम कंपनियों (भारती एयरटेल सहित) में रणनीतिक निवेश करने की मंशा जताई है। वह चाहती है कि इन कंपनियों के मूल्य की झलक सिंगटेल के शेयर में मिले और शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न हासिल करने में मदद मिले। कंपनी मूल्य का खुलासा करते हुए और पूंजी के पुनर्आवंटन के जरिये ऐसा कर रही है। इसी पहल के जरिये उसने वित्त वर्ष 2022 में 2 अरब डॉलर जुटाए थे।

कंपनी ने अपनी रणनीति का खुलासा ऐसे समय में किया है जब भारती एयरटेल में उसकी 2 फीसदी हिस्सेदारी को करीब 1 अरब डॉलर में बेचे जाने की चर्चा हो रही है। हालांकि कंपनी ने एक बयान में कहा है कि इस प्रकार की खबरें बाजार की कयासबाजी हैं। खबरों के अनुसार, सिंगटेल इस मुद्दे पर भारती एयरटेल के प्रवर्तक मित्तल से बातचीत पहले ही शुरू कर चुकी है। लेकिन सिंगटेल ने कहा, ‘हम एयरटेल में दशकों से रणनीतिक निवेशक के तौर पर बरकरार हैं और वह हमारे अंतरराष्ट्रीय पोर्टफोलियो का एक प्रमुख निवेश है।’

सहायक कंपनियों के लिए अपनी रणनीति के बारे में बताते हुए सिंगटेल ने कहा कि रणनीतिक पुनर्गठन के अनुसार वह मुख्य तौर पर मूल्यांकन में खाइयों को पाटने पर ध्यान केंद्रित करेगी। सिंगटेल के शेयर में सहायक इकाइयों में उसकी शेयर हिस्सेदारी के मूल्य की झलक नहीं मिलती है।

कंपनी ने आज सुबह जारी एक बयान में कहा, ‘हम अपने शेयरधारकों को आकर्षक रिटर्न दिलाने के लिए रणनीतिक निवेश पोर्टफोलियो के मूल्य को उजागर करने के लिए सक्रियता से कदम उठा रहे हैं।’ इसके बारे में विस्तार से बताते हुए कंपनी ने एटीएन में अपनी 70 फीसदी हिस्सेदारी के विनिवेश का उदाहरण दिया जो ऑप्टस टावर्स के पास थी। सिंगटेल अपनी क्षेत्रीय सहायक कंपनियों का मूल्यांकन बढ़ाने के लिए थाइलैंड में गल्फ के साथ काम कर रही है।

सिंगटेल ने एयरटेल अफ्रीका में 1.6 फीसदी हिस्सेदारी के आंशिक विनिवेश की बात भी की है। कंपनी इसके जरिये 15 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना बना रही है। जाहिर तौर पर सिंगटेल ने मूल्य को दोहराया है जिसे भारती एयरटेल इस समग्र रणनीति के तहत लेकर आएगी, खास तौर पर समग्र लाभप्रदता में योगदान के लिहाज से। वित्त वर्ष 2022 के वित्तीय नतीजे पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में सिंगटेल ने कहा है कि उसका शुद्ध लाभ 11 फीसदी बढ़कर 1.92 अरब सिंगापुर डॉलर हो गया। इसे मुख्य तौर पर एयरटेल के पुनरुद्धार से बल मिला। सिंगापुर की कंपनी ने स्पष्ट किया है कि क्षेत्रीय सहायक इकाइयों का कर पूर्व योगदान 21 फीसदी बढ़कर 2.07 अरब सिंगापुर डॉलर हो गया।

निवेशकों को दी गई अपनी प्रस्तुति में सिंगटेल ने कहा कि उसके कर पूर्व लाभ में एयरटेल ने 43.2 करोड़ सिंगापुर डॉलर का योगदान किया। वित्त वर्ष 2021 में एयरटेल का योगदान महज 2.3 करोड़ सिंगापुर डॉलर रहा था जो क्षेत्रीय सहायक इकाइयों का महज 1.3 फीसदी था। भारती एयरटेल में सिंगटेल की प्रभावी हिस्सेदारी करीब 31.7 फीसदी है जबकि भारती टेलीकॉम एवं प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर भारती की हिस्सेदारी 24.2 फीसदी है। भारती टेलीकॉम में सिंगटेल की 49.4 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि सुनील भारती मित्तल परिवार की हिस्सेदारी 50.6 फीसदी है। पिछले छह महीनों के दौरान भारती एयरटेल के शेयर में करीब 7.47 फीसदी की गिरावट आई है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…