पुलिस थाना को जलाने वाले बख्शे नहीं जाएंगे : डीजीपी
नगांव (असम), 22 मई । जिले के बटद्रवा पुलिस थाना में असामाजिक तत्वों के आग लगाने की घटना पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि आरोपित किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे। सभी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएंगी।
रविवार को सोशल मीडिया के जरिए डीजीपी महंत ने बताया है कि सफिकुल इस्लाम (39) को शराब के नशे में होने की शिकायत पर 20 मई की रात 9:30 बजे बटद्रवा थाने में लाया गया था। सड़क के किनारे बेसुध पड़ा था। मेडिकल जांच के बाद उसके खिलाफ मामला प्राथमिकी दर्ज किया गया था। अगले दिन उसे छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी ने सफिकुल को पानी-भोजन भी दिया। बाद में उसे परेशानी होने पर एक अस्पताल में ले जाया गया। दुर्भाग्य से उसे मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने बताया है कि इसके बाद पुलिस थाना परिसर में क्या हुआ, हम सभी जानते हैं। कुछ स्थानीय असामाजिक तत्वों ने कानून को अपने हाथ में ले लिया और थाने को जला दिया। घटना में स्त्री, पुरुष, युवा और वृद्ध सभी शामिल थे, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। थाना जलाने की घटना को अंजाम देने की निष्पक्ष जांच होगी, किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। थाना जलाने की घटना में मृतक के ज्यादातर रिश्तेदार थे जो मूलतः विभिन्न तरह के अपराधों में लिप्त हैं।
अपराधियों ने थाना के भीतर मौजूद सभी तरह के कागजात, सबूत आदि को जलाने का प्रयास है। असम के शांतिप्रिय लोगों के लिए हमारा आश्वासन है किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे उसमें पुलिस वाले शामिल क्यों न हों। हम सख्त कार्रवाई करेंगे। सभी की जांच के बाद जल्द ही गिरफ्तारी होगी। डीजीपी ने कहा है कि यदि हमारी (पुलिस) की ओर से कोई गड़बड़ी हुई है, तो इसकी जांच की जाएगी, जो भी दोषी होगा, उसे कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा। इसमें कोई भी नहीं बचेगा।
उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें 15 से अधिक महिलाएं हैं। मीडिया के वीडियो फुटेज में एक युवती थाना में रखीं बाइकों पर प्लास्टिक की बोतल से कोई ज्वलनशील तरल पदार्थ उड़ेलते और दूसरी महिला को माचिस से आग लगाते देखा जा सकता है। आगजनी में थाना के मालखाना में जमा सरकारी और निजी हथियार, एफआईआर रजिस्टर, कुर्सी, मेज, साइकिल, अपराधियों के पास से जब्त विभिन्न प्रकार की सामग्री आदि सभी कुछ जलकर राख हो गयी। उन्होंने कहा कि बटद्रवा थाना के ओसी को निलंबन कर और बाकी कर्मचारियों को पुलिस रिजर्व में भेज दिया है। घटना के बाद बटद्रवा थाना में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। अपराध में शामिल सभी लोगों की शिनाख्त कर उन्हें पकड़ने का अभियान जारी है।