हम आज शानदार खेले’ : धोनी…
मुंबई, 09 मई। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि उनकी टीम अब प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए कोई गणित नहीं लगा रही है। धोनी के अनुसार टीम अपने खेल का ‘आनंद’ ले रही है और अगले साल की तैयारी कर रही है। मैच के बाद धोनी ने कुछ महत्वपूर्ण बातें कहीं। पहली बात, चेन्नई की टीम ने आख़िरकार आज अच्छा खेल खेला, कुछ ऐसा जो वह पिछले लंबे समय से नहीं कर पा रही थी। लेकिन वह इसका भार नहीं उठाना चाहती है कि टीम प्लेऑफ़ के मौक़े से कितना दूर रह गई।
दूसरी, टी20 गेंदबाज़ी इस पर निर्भर करती है कि क्या गेंद नहीं करनी चाहिए, ना कि इसके कि क्या गेंद करनी चाहिए। तीसरी, हम इस आईपीएल में एक ऐसे चरण में प्रवेश कर रहे हैं जहां पिचें अब आपको टॉस हारने के लिए मजबूर कर रही हैं। लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाज़ी करना अब कठिन होता जा रहा है। चौथी, यह मायने नहीं रखता है कि आप ने बोर्ड पर कितने रन खड़े किए हैं। एक बार जब बड़े हिटर्स चलते हैं तो कुछ भी ज़्यादा नहीं है। स्टार स्पोर्ट्स के साथ लगभग तीन मिनट की बातचीत में एमएस धोनी ने अपने ही अनोखे अंदाज़ में ये सबक दिए।
धोनी ने दिल्ली कैपिटल्स को 91 रनों से हराने के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, “मुझे महसूस हुआ कि आज हम बेहतरीन खेले। मुझे नहीं पता कि इस सीज़न कितनी बार हम इस तरह की स्थिति में रहे हैं कि हम कह सकें कि यह हमारे लिए शानदार मैच था।”
उन्होंने कहा, “बल्लेबाज़ों ने बहुत अच्छा किया। जिस तरह से ओपनरों ने बल्लेबाज़ी की और उसके बाद सभी ने योगदान दिया। कुल मिलाकर बोर्ड पर रन बहुत मदद करते हैं। इसके बाद आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि बड़े हिटर्स आप पर प्रहार नहीं करे। यह मायने नहीं रखता कि आपने 200 या 210 रन बनाए हैं, एक वे जब वह चलते हैं तो आप मैच नहीं बचा सकते हैं।”
धोनी ने युवा तेज़ गेंदबाज़ मुकेश चौधरी और सिमरजीत सिंह की भी तारीफ़ की। धोनी ने कहा, “मुझे निजी तौर पर लगता है कि सिमरजीत और मुकेश के पास अभी समय है। यह हर किसी के लिए अलग है, कुछ पहले मैच से ही सही चलते हैं, कुछ को थोड़े मैच का समय लगता है। यह दो, तीन, चार मैच या सात या दस मैच भी हो सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “उनको देखकर अच्छा यह लगा कि उनमें क्षमता है। अहम यह है कि जितना वे मैच खेलेंगे, उतना ही परिपक्व होते जाएंगे। मैच का ज्ञान बहुत जरूरी है। हां आप में कौशल है, आपके पास विविधताएं हैं, लेकिन अंत में यह मैच को समझने की बात है। ‘तो कौन सी गेंद अच्छी गेंद होगी? कौन सी गेंद है जो अच्छी नहीं है?’ मैं सोचता हूं कि टी20 क्रिकेट में ज़्यादा जरूरी यह है कि आपको कौन सी गेंद नहीं करनी है, क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं सोचेंगे तो रन बनने पर आप पर दबाव आ जाएगा। अगर आप पर रन बने तो आपका आत्मविश्वास डगमगा जाएगा।”
गेम को बनाने में धोनी ने ख़ुद भी आठ गेंद में 21 रन बनाए। वह 18वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने आए, जहां पर तेज़ी से रन बनाने की ज़रूरत थी।
धोनी ने हंसते हुए कहा, “पहली गेंद तो मैंने यह देखने के लिए खेली कि यह हो क्या रहा है। मुझे पहली गेंद से ही हिटिंग लगाना पसंद नहीं है। अगर आप 13वें या 14वें ओवर में जाते हैं तो अगर कोई शॉर्ट या लेंथ बॉल आए तो आप उसको उड़ा सकते हो। लेकिन अगर आपके पास 12 ही गेंद है तो आप पर दबाव रहता है।” चेन्नई अभी टूर्नामेंट में बनी हुई है, लेकिन उन्हें सारे मैच जीतने होंगे, वहीं अन्य परिणामों का भी फ़र्क पड़ेगा। हालांकि, इस बड़ी जीत से उनके नेट रन रेट में जरूर इज़ाफा हुआ। धोनी लेकिन आगे की नहीं सोचना चाहते हैं।
धोनी ने कहा, ” मैं गणित का प्रशंसक नहीं हूं। यहां तक कि स्कूल के समय पर भी मैं गणित में अच्छा नहीं था। आप अपनी तक़दीर ख़ुद लिखते हो। जरूरी यह है कि आप हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ दो। यह बिल्कुल भी सोचने की ज़रूरत नहीं कि वह टीम उस टीम को हरा दे। इससे दबाव ही बढ़ता है। जब दो अन्य टीम खेल रही हों तो आपको दबाव में आने की कोई ज़रूरत नहीं है। आईपीएल का लुत्फ़ लो। अगर हम क्वालीफ़ाई कर गए तो बहुत अच्छा, लेकिन अगर नहीं, तो दुनिया ख़त्म नहीं हो जाती।”
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…