तालिबानी शासन खस्ता आर्थिक हालातों से उबरने हेतु बढ़ा रहा नारको टेररिज्म…ज्योति बाबा…

तालिबानी शासन खस्ता आर्थिक हालातों से उबरने हेतु बढ़ा रहा नारको टेररिज्म…ज्योति बाबा…

खस्ता हालातों के बीच तालिबान बढ़ा रहा नारको टेररिज्म..ज्योति बाबा…

तालिबानी ड्रग्स इकोनामी भारत के लिए बड़ा खतरा.. ज्योति बाबा…

कानपुर l सबसे दिलचस्प जिस अफीम की खेती को रोकने के नाम पर पश्चिमी ताकतों ने खूब पैसे अफगानिस्तान में खर्च किए अफीम विरोधी अभियानों में 9 अरब डालर खर्च कर डाले जबकि नाटो सेना की मौजूदगी में अफगानिस्तान में अफीम का उत्पादन 10000 टन से ज्यादा पहुंच गया था अफीम के कारोबार पर तालिबान का नियंत्रण कैसे बना रहा जिसके चलते एक बड़ी अफीम हीरोइन मार्केट के रूप में आज भारत के लिए बड़ा खतरा बन चुका है उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत आयोजित वेबीनार शीर्षक क्या तालिबानी ड्रग इकोनामी भारत के लिए बड़ा खतरा बन चुका है पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि अभी हाल में गुजरात के कांडला पोर्ट व पायोयावा पोर्ट पर हीरोइन समेत बहुत बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी गई है जिसकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत हजारों करोड़ों में है इससे जाहिर होता है कि तालिबानी शासन अपनी इकोनामी बेहतर करने के लिए भारत की अकूत युवा शक्ति को नशेबाज बनाने के लिए हर स्तर पर कार्य शुरू कर चुका है और वह अपनी खस्ता हालत को नारको टेररिज्म को प्रश्रय देकर तालिबानी ड्रग्स से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर से तबाही फैलाने का मंसूबा बना चुका है ज्योति बाबा ने बताया कि दरअसल तालिबान की अर्थव्यवस्था चलाने को लेकर उनके शासकों को ना ज्ञान पहले था ना आज है मुल्ला उमर के शासन में बजट में नागरिकों के विकास के लिए कोई प्रावधान नहीं किया जाता था आर्थिक विशेषज्ञों की कमी के चलते गंभीर होते हालातों में नारको टेररिज्म को बढ़ावा दे रहा है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण पूरे देश में ड्रग्स की बहुत बड़े कंसाइनमेंट का पकड़े जाना प्रमुख है अतिथीय संबोधन में विधायिका मलिहाबाद जयदेवी कौशल राष्ट्रीय संयोजिका ने कहा कि आज महिला सशक्तिकरण के लिए नशा मुक्त परिवार पहली आवश्यकता है ड्रग्स के राक्षस से लड़ने के लिए शुरुआत हर घर से हो, मानवाधिकारवादी गीता पाल व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अंजू सिंह ने कहा कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अफीम हीरोइन का उत्पादन बेतहाशा बढा है और इस बढे प्रोडक्शन को खपाने में भारत एक बड़ी बाजार बन चुका है क्योंकि यहां पर ड्रग एडिक्ट की संख्या खतरनाक स्तर को पार कर चुकी है इसीलिए भारत की इस समस्या को अंतरराष्ट्रीय मंचो पर उठाने के साथ अपनी सुरक्षा की दीवारों को भी चुस्त-दुरुस्त करना होगा,आगरा प्रभारी भोला जैन व तारा सिंह ने कहा कि भारत जैसे विकासशील देश पर अफगानिस्तान की तालिबानी शासन वाली सरकार के मंसूबे ड्रग्स से अर्थव्यवस्था बिगड़ने के हैं राजेंद्र लहरी व विवेक सिंह ने जोर देकर कहा कि इसीलिए देश में ड्रग्स के विरुद्ध एक बड़ा जागरूकता का आंदोलन खड़ा करने की आवश्यकता है अंत में योग गुरु ज्योति बाबा ने ड्रग्स मुक्त भारत के लिए हर बच्चे को नशे के रोग से बचाने की शपथ दिलाई l

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…