बढ़ती महंगाई के बीच एक और झटका, अब नहाना-धोना भी हो गया महंगा, साबुन-शैंपू के बढ़ गए दाम…

बढ़ती महंगाई के बीच एक और झटका, अब नहाना-धोना भी हो गया महंगा, साबुन-शैंपू के बढ़ गए दाम…

नई दिल्ली, 05 मई। आम आदमी पर महंगाई की और मार पड़ी है। देश की बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने एक बार साबुन, शैंपू और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा दिए हैं। कीमतों में बढ़ोतरी के बाद अब आम लोगों के लिए नहाना-धोना भी महंगा हो गया है। एचयूएल ने अपने प्रोडक्ट्स के दाम में 15 फीसदी तक का इजाफा किया है। इसके अलावा, कंपनी ने कॉफी, केचअप, टूथपेस्ट के भाव में 4 से 13 फीसदी तक की वृद्धि की है। इसी हफ्ते, एचयूएल के सीईओ संजीव मेहता ने पाम ऑयल और क्रूड ऑयल में उछाल के कारण एफएमसीजी प्रोडक्ट्स में बढ़ोतरी के संकेत दिए थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एफएमसीजी कंपनी एचयूएल ने 125 ग्राम पियर्स साबुन के दाम 2.4 फीसदी बढ़ा दिए हैं, जबकि मल्टीकैप में 3.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। लक्स साबुन के मल्टीपैक वेरिएंट्स का भाव 9 फीसदी तक बढ़ा हैं। एफएमसीजी कंपनी ने शैंपू की कीमतों में सबसे ज्यादा 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। सनसिल्क शैंपू सभी वेरिएंट्स के दाम 8 से 10 रुपए तक बढ़े हैं। वहीं क्लिनिक प्लस शैंपू के 100 एमएल पैक के दाम में सबसे ज्यादा 15 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके अलावा, पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स जैसे ग्लो एंड लवली  की कीमतें 6 से 8 फीसदी और पोंड्स टेलकम पाउडर के भाव में 5-7 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस जनवरी से प्रोडक्ट में यह चौथी बढ़ोतरी है।

हॉर्लिक्स और कॉफी भी हुए महंगे

पर्सनल केयर प्रोडक्टस और शैंपू-साबुन के अलावा कंपनी ने खाने-पीने की चीजों के भी दाम बढ़ाए हैं। हॉर्लिक्स, ब्रू कॉफी और किसान केचअप 4 से 13 फीसदी तक महंगा हो गया है। कीमतों में बढ़ोतरी से कंपनी को बढ़ती मुद्रास्फीति पर काबू पाने में मदद मिलेगी। आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन में जंग शुरू के बाद से एफएमसीजी कंपनी एचयूएल लगातार प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ा रही है। यह चौथा मौका है जब कंपनी ने प्रोडक्ट के दाम बढ़ाए हैं। इसके पहले, जनवरी, फरवरी, मार्च में भी कीमतें बढ़ाईं थी।

चौथी तिमाही में मुनाफा 9 फीसदी बढ़कर 2327 करोड़ रुपए

मार्च तिमाही में दिग्गज एफएमसीजी कंपनी का मुनाफा 9 फीसदी बढ़ी है। चौथी तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन प्रॉफिट 2,327 करोड़ रुपए रहा जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 2,143 करोड़ रुपए के प्रॉफिट से 8.58 प्रतिशत ज्यादा है। बोर्ड ने अपने निवेशकों को 19 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड देने का ऐलान किया है। वहीं कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 5.34 प्रतिशत बढ़कर 2,307 करोड़ रुपये रहा है। चौथी तिमाही के दौरान एफएमसीजी प्रोडक्ट की बिक्री से कंपनी की आय 10.4 प्रतिशत बढ़कर 13,190 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी की आय 11,947 करोड़ रुपये थी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…