थानाध्यक्ष पर थाने आई किशोरी से बलात्कार का आरोप…

थानाध्यक्ष पर थाने आई किशोरी से बलात्कार का आरोप…

थाने के सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई…

ललितपुर (उत्तर प्रदेश), 04 मई। ललितपुर जिले में सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने आयी 13 साल की किशोरी के साथ थानाध्यक्ष ने कथित रूप से दुष्कर्म किया। इस मामले में आरोपी पुलिस अफसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

इस घटना को लेकर विपक्षी दल सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। वहीं, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उन्हें इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करने को कहते हुए प्रकरण के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कथित पीड़िता की मां ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनकी बेटी 27 अप्रैल को पाली थाने में मामला दर्ज कराने गई थी। शिकायत के अनुसार, बयान दर्ज कराने के बहाने थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज उसे अपने कमरे में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया।

कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने बताया कि झांसी के पुलिस उप महानिरीक्षक जोगेन्द्र कुमार को मामले की जांच सौंपी गयी है। उन्हें 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पाली के थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ-साथ थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया गया है।

लड़की की मां का आरोप है कि 22 अप्रैल को चार लोग उसकी बेटी को भोपाल ले गए थे जहां उन्होंने तीन दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया और बाद में उसे पाली थाने के बाहर छोड़कर भाग गए। लड़की जब 27 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराने थाने गई तो थानाध्यक्ष ने भी उसके साथ बलात्कार किया।

बाद में लड़की ने स्वैच्छिक संस्था चाइल्डलाइन पहुंचकर काउंसलिंग के दौरान पूरी घटना बताई। इस पर संस्था ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की जिनके हस्तक्षेप पर मंगलवार को इस मामले में बलात्कार, अपहरण और आपराधिक साजिश के आरोपों तथा पॉक्सो और एससी/एसटी कानून की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि आरोपी थानाध्यक्ष तथा अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के छह दल गठित कर उनकी तलाश की जा रही है।

मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर हमला किया है। सपा ने एक ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा सरकार में सबसे बड़ा सवाल यह है कि किस पर भरोसा किया जाए और किस पर नहीं? ललितपुर में बलात्कार की शिकायत करने पहुंची नाबालिग से थाने में ही एसओ (थानाध्यक्ष) ने की दरिंदगी। अब सीएम (मुख्यमंत्री) बताएं पीड़ित बेटियां जाएं तो जाएं कहां? पीड़िता की सुरक्षा का इंतजाम कर दोषियों को मिले कठोरतम सजा।’ पार्टी ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पीड़ित बच्ची के परिजन से मुलाकात के लिए ललितपुर रवाना हो गए हैं।

कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी सिलसिलेवार ट्वीट कर इस घटना पर सरकार का घेराव किया। उन्होंने कहा, ‘ललितपुर में 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप (सामूहिक बलात्कार) और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि ‘बुलडोजर’ के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है। अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर जाएंगी कहां?

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचा है? कांग्रेस पार्टी ने अपने महिला घोषणा पत्र में महिला सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु रखे थे।….. आज ललितपुर है…ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महिला सुरक्षा और महिला हितैषी कानून व्यवस्था के लिए गंभीर कदम उठाने ही होंगे।’

इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी दलों से कहा कि वे आपराधिक मामलों का राजनीतिकरण न करें। उन्होंने कहा, ‘‘पीड़िता हमारी बेटी है और उसके साथ कुछ गलत हुआ है तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी और दोषी को किसी कीमत पर नहीं बख्शेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘सरकार इस मामले को फास्ट ट्रैक अदालत में ले जाएगी और घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई होगी कि उनकी अगली पीढ़ियां तक कराह उठेंगी। उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।’

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीड़ित परिवार से मुलाकात के लिए ललितपुर रवाना होने के बारे में पूछने पर पाठक ने कहा, ‘वह सोचते हैं कि कुछ हो सकता है तो वह अपना राजनीतिक पर्यटन शुरू कर देते हैं।’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर उन्होंने कहा ‘उन्हें राजस्थान और छत्तीसगढ़ में महिलाओं की स्थिति देखनी चाहिए।’

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…