खूबसूरती के कैसल…
किले हमारे इतिहास का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज तो हैं ही, शिल्प और खूबसूरती का भी बेहद शानदार नमूना हैं। समय-समय पर तमाम शासकों ने किलों को सुरक्षा के साथ-साथ अपनी महत्वाकांक्षाओं, संपन्नता और विलासिता के प्रतीक के रूप में भी गढ़ा है। कारण जो भी रहे हों, शिल्प की उत्कृष्टता के कारण कई सदियों बाद भी इनमें से कई किले अपनी उसी भव्यता के साथ खड़े हैं और लोगों को हैरान करते हैं। ऐसे ही कई किले अपनी खूबसूरती के कारण दुनियाभर में सैलानियों को लुभाते हैं। हम जिक्र कर रहे हैं इनमें से कुछ का जिन्हें दुनिया के सबसे खूबसूरत कैसल्स (किलों?) में से एक माना जाता है।
विश्लेषक कैसल को किलों से इतर मानते हैं, इस संदर्भ में कि कैसल किसी शासक अथवा अमीर का निवास होता था जबकि किला एक समूचे शहर सरीखा। इसीलिए कैसल को किलों का शुरुआती स्वरूप माना जाता है, जो बाद में युद्ध कौशल में आए बदलावों के कारण ज्यादा सुरक्षित किलों में तब्दील होने लगा। लिहाजा इस बार चर्चा इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के कुछ सबसे बेहतरीन कैसल्स की। इतने खूबसूरत कि मुख्य रूप से जंग के लिए बने ये कैसल रोमांस और सुंदरता की छवि पेश करते हैं।
बैम्बर्ग कैसल:- इंग्लैंड के नॉर्दमबरलैंड में नॉर्थ सी के किनारे यह कैसल 5वींसदी से खड़ा है। 12वीं सदी में ब्रिटेन के राजा हेनरी द्वितीय ने इस पर अपना कब्जा कर लिया। बाद में विक्टोरिया के एक संपन्न उद्योगपति विलियम आर्मस्ट्रांग ने इसे खरीद लिया। इस कैसल पर अब भी आर्मस्ट्रांग के वारिसों का नियंत्रण है। इसकी खूबसूरती कई फिल्मकारों को शूटिंग के लिए लुभा चुकी है। इनमें रोमन पोलांस्की की 1971 में बनी मैकबेथ भी शामिल है। यहां आर्मस्ट्रांग म्यूजियम भी है जो एक दक्ष इंजीनियर के रूप में आर्मस्ट्रांग की काबिलियत के कई नमूने पेश करता है। यह कैसल आम लोगों के लिए मार्च से अक्टूबर तक खुला है। यहां जाएं तो बाद में होली आइलैंड पर स्थित लिंडिसफेर्न कैसल देखना न भूलें। यह भी कम भव्य नहीं और इसका भी मुंह समुद्र की तरफ है। लेकिन इस कैसल पर तभी पहुंचा जा सकता है जब समुद्र में भाटा हो क्योंकि ज्वार के समय इस द्वीप को मुख्य क्षेत्र से जोड़ने वाला रास्ता पानी में डूब जाता है। बैम्बर्ग कैसल में प्रवेश के लिए 10.75 डॉलर का शुल्क देना होता है।
लीड्स कैसल:- इंग्लैंड में ही मैडस्टोन, कैंट में यह कैसल 900 साल से ज्यादा पुराना है। इस कैसल के चारों तरफ नहर है। इस कैसल ने राजा हेनरी आठ की खूब मेजबानी की है। इसे इंग्लैंड के सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट आकर्षणों में से एक माना जाता है। इस कैसल के लिए 1926 में बोली लगी थी। उस समय ओलिव विल्सन फिल्मर नामक महिला ने विलियम रैंडोल्फ हर्स्ट को पछाड़कर 873,000 डॉलर में इसे खरीदा था। आज की दरों पर देखें तो यह राशि एक करोड़ डॉलर से ज्यादा रही होगी। फिल्मर ने अपनी बाकी बची संपत्ति का इस्तेमाल इस कैसल और उसके आसपास के इलाके को सुंदर बनाने में खर्च कर दिया। आज यहां जाने पर यह खूबसूरती देखते ही बनती है जिसपर फ्रांसीसी झलक पुख्ता रूप से नजर आती है। यहां के परिंदे और फूल, दोनों खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। बेहद अनूठे पक्षियों के लिए यहां अलग से परिंदाखाना है। उल्लू व बाज जैसे पक्षियों के खास शो यहां होते हैं। और तो और उन्हें ट्रेन करने की कला भी यहां सिखाई जाती है। कई तरह के बगीचे यहां हैं कुछ कैसल के भीतर तो कुछ उसके आसपास के इलाके में। यहां प्रवेश के लिए लिया जाने वाला 25.25 डॉलर का शुल्क एक साल तक वैध रहता है। यहां म्यूजियम है और पूरे साल भर कोई न कोई आयोजन चलते रहते हैं। कांफ्रेंस, पार्टियों, भोज, विवाह आदि के लिए तो यह खासा लोकप्रिय है। रोमांच प्रेमियों के लिए हॉट एयर बैलूनिंग की सुविधा भी यहां है। यहां पूरे सालभर जाया जा सकता है। यहां ठहरने के लिए सारी सुविधाओं से युक्त तीन ऐतिहासिक कॉटेज भी हैं।
आइलीयन डोनन:- स्कॉटिश हाईलैंड्स यह अद्भुत कैसल तीन समुद्री झीलों के मिलन बिंदु पर स्थित छोटे से द्वीप पर है। इसे स्कॉटलैंड की सबसे प्रसिद्ध छवियों में से एक माना जाता है। इस कैसल को देखें तो यह ऐसा लगता है मानो हमेशा से वहीं खड़ा हो। इसके निर्माण का काल 1220 में बताया जाता है लेकिन इसका मूल ढांचा 1719 में नष्ट हो गया था। दो सदियों तक यह भग्नावस्था में रहा। फिर पिछली सदी में 1919 में लेफ्टिनेंट कर्नल जॉन मैक्रे-गिलस्ट्रैप ने इसे खरीद लिया और इसका पुनर्निर्माण शुरू कराया। उन्हें इस काम में एक प्रसिद्ध पत्थर कारीगर फारकर मैक्रे ने मदद दी। फारकर ने दावा किया था कि उसने एक सपना देखा है जिसमें उसने देखा था कि वह कैसल अपने मूल दिनों में कैसा दिखाई देता था। कैसल को फिर से खड़ा करने की प्रक्रिया उसी के हिसाब से शुरू हुई और हैरत की बात यह है कि बाद में एडिनबर्ग कैसल में जो नक्शे मिले उनके हिसाब से मैक्रे का ख्वाब सही साबित हुआ था। यहां प्रवेश का शुल्क 7.75 डॉलर है। पूरा कैसल विवाह, पार्टी आदि जलसों के लिए किराये पर भी लिया जा सकता है। एक कैसल कॉटेज भी हैं जहां चार लोग ठहर सकते हैं। यह कैसल भी मार्च से नवंबर तक खुला रहता है।
ब्यूमैरिस:- वेल्स के एंजलसे में इस कैसल का निर्माण इंग्लैंड के राजा एडवर्ड प्रथम ने वेल्स को जीतने के अपने अभियान के तहत शुरू करवाया था। एडवर्ड का बनवाया हुआ यह सबसे बड़ा और आखिरी कैसल था। निर्माण 1295 में शुरू हुआ लेकिन पूरा होने से पहले ही धन खत्म हो गया (कैसल्स को लेकर आम तौर पर यही कहानी रही है)। लिहाजा यह आज तक उसी अधूरी अवस्था में पड़ा है। लेकिन इस अधूरेपन में भी बला की खूबसूरती है। अपने जमाने में इसका निर्माण सैन्य कला का बेहतरीन नमूना माना जाता था। इसीलिए इसे विश्व विरासत की सूची में भी शामिल किया गया है। लेकिन संयोग की बात रही कि 17वीं सदी के गृह युद्ध के अलावा इस कैसल को कोई सैन्य हलचल का गवाह बनने का मौका न मिला। उत्तरी वेल्स में कैसल्स की भरमार है। ब्यूमैरिस से थोड़े ही फासले पर कॉनवी, हारलेख और कैर्नारफोन के कैसल्स के अलावा डोल्बाडार्न व डॉल्वीडेलन के दो छोटे रोमांटिक कैसल भी है। लेकिन ये सभी ब्यूमैरिस के आगे कहीं नहीं ठहरते। यहां प्रवेश के लिए 5.75 डॉलर का शुल्क देना होता है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…