मानव स्वास्थ्य की परिभाषा से कोसों दूर करता नशा …ज्योति बाबा…
नशा रोग के चलते देश पर बढ़ रहा आर्थिक बोझ..ज्योति बाबा…
खूबसूरत जिंदगी को बदरंग बना रही रहा नशा…ज्योति बाबा…
हुक्काबारों में नशे के धुए के रूप में उड़ता बचपन..ज्योति बाबा…
कानपुर l नशा रोग के चलते बच्चों का बचपन बीमार व वीराना हो रहा है क्योंकि खेलने कूदने के पलों में बीमारियों के लग जाने से पूरे जीवन के लिए मायूसी और अवसाद का शिकार बन रहा है विश्व स्वास्थ संगठन के मुताबिक शारीरिक मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण स्वस्थ होना ही मानव स्वास्थ्य की परिभाषा है जबकि नशा रोग के चलते मानव स्वास्थ्य की परिभाषा से कोसों दूर हो गया है उपरोक्त बात सोसायटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में राजाराम इंटर कॉलेज फतेहपुर के सहयोग से नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के अंतर्गत नशा का सांकेतिक पुतला दहन के बाद हुई स्वास्थ्य सभा में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने कहा कि हम छोटी-छोटी बातों में घर परिवार या स्कूल में नाराज होकर प्रतिशोध स्वरूप नशे का सेवन करने लगते हैं और सोचते हैं कि ऐसा हमारे अपने देखकर हमसे प्रेम करने लगेंगे,पूचकरेंगे दुलरायगे और हमें आत्म संतुष्टि मिलने के साथ हमारी गलत सही इच्छा भी पूर्ण हो जाएगी कभी-कभी हम नशा सामने वाले को जलाने बड़ा दिखने या दूसरों से अलग महसूस कराने के लिए शोकिया शुरू करते हैं और यही शौकिया नशा आदत में कब तब्दील हो जाता है मालूम ही नहीं पड़ता है राजाराम इंटर कॉलेज के प्रबंधक व नशा मुक्त अभियान संयोजक जय जय महाराज ने कहा की दो हजार सत्रह अट्ठारह के आंकड़ों के अनुसार भारत सरकार 1753 रुपया प्रत्येक नागरिक की सेहत पर खर्च कर रही है जबकि हम सब जानते हैं कि इलाज कितना महंगा हो चुका है इसीलिए सैकड़ों रोगो का जन्मदाता नशा को अपने जीवन से निकालिए वरना आपका परिवार दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हो जाएगा इससे पूर्व प्राचार्य तरुण सिंह ने ज्योति बाबा को पगड़ी पहनाकर स्मृति चिन्ह देते हुए सम्मानित किया,मानवाधिकारवादी गीता पाल व प्रदेश उपाध्यक्ष अंजू सिंह ने कहा कि भारत ने कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से अपने अल्प संसाधनों से बेहतर तरीके से लड़ा लेकिन यदि नशे का रोग यूं ही बढ़ता रहा तो भारत सरकार इनके इलाज का खर्च नहीं उठा पाएगी इसीलिए जीवन में आनंद के अन्य बहुत से मार्ग हैं जिनसे न सिर्फ शारीरिक मानसिक विकास होता है बल्कि सामाजिक सफलता भी अर्जित कर सकते हैं अवैतनिक समन्वयक कुंवर बहादुर सिंह ने कहा कि 6 वर्ष के बच्चे को नशे का रोग लगना एक बड़ी महामारी का सूचक है इसके विरुद्ध आज नहीं खड़े हुए तो कल करने को कुछ विशेष बचेगा नहीं अंत में ज्योति बाबा ने सभी को नशा मुक्त युवा भारत की महाशपथ दिलाई अन्य भाग लेने वाले प्रमुख टीचर लव कुश सिंह संतोष शर्मा केशव सिंह मुकेश सिंह अनुभव सिंह दिनेश बाजपेई अंशु सिंह सेगर इत्यादि थे l
हरदीप सिंह सहगल
मीडिया प्रभारी
सोसायटी योग ज्योति इंडिया
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…