मादक पदार्थों की तस्करी के जुर्म में भारतीय मूल के मलेशियाई व्यक्ति को फांसी…
सिंगापुर, 27 अप्रैल। मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में दोषी ठहराए गए भारतीय मूल के मलेशियाई व्यक्ति नागेंद्रन धर्मलिंगम को बुधवार को सिंगापुर में फांसी दे दी गई। उनके परिवार ने मीडिया को यह जानकारी दी।
ऐसा कहा जाता है कि धर्मलिंगम मानसिक रूप से अस्वस्थ था। सजा के संबंध में धर्मलिंगम की मां की एक अपील मंगलवार को ‘कोर्ट ऑफ अपील’ ने खारिज कर दी थी।
धर्मलिंगम (34) को 2009 में 42.72 ग्राम हेरोइन आयात करने के मामले में 2010 में दोषी ठहराया गया था और मौत की सजा सुनाई गई थी। वह सिंगापुर में प्रवेश करते समय ‘वुडलैंड्स चेकपॉइंट’ (प्रायद्वीपीय मलेशिया के साथ एक कॉजवे लिंक) पर पकड़ा गया था, उसकी जांघ पर नशीले पदार्थों के बंडल बंधे थे। सिंगापुर का मादक पदार्थ से जुड़ा कानून दुनिया का सबसे सख्त कानून है।
धर्मलिंगम के भाई नवीन कुमार ने ‘बरनामा न्यूज एजेंसी’ को बताया कि धर्मलिंगम को बुधवार सुबह फांसी दे दी गयी और उनका अंतिम संस्कार मलेशिया के इपोह में किया जाएगा।
धर्मलिंगम ने 2010 में मादक पदार्थों की तस्करी के जुर्म में दोषी ठहराए जाने के बाद से सजा से बचने के सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया था। उसे पिछले साल 10 नवंबर को फांसी दी जानी थी, लेकिन उसने इसके खिलाफ याचिका दायर कर दी थी।
धर्मलिंगम का मामला अत्यधिक विवादास्पद था, चिकित्सकों ने उसकी जांच की थी और उसका आईक्यू स्तर 69 पाया गया था, जो दिखाता है कि व्यक्ति बौद्धिक रूप से कमजोर है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…