*पुलिस वाले का खुदकुशी का प्रयासः पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी को किया लाइनहाजिर*
वाराणसी, 24 अप्रैल। जिले के लालपुर पांडेयपुर थाने के सरकारी जीप चालक यशवंत सिंह के अपनी ही लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर खुदकुशी के प्रयास के मामले की जांच शुरू हो गई है। ये जांच एडिशनल एसपी को सौंपी गई है। इतना ही नहीं सिंह द्वारा बेटे को भेजे गए सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने फिलहाल थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मामले की चल रही जांच की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि शनिवार की सुबह लालपुर पांडेयपुर थाने के सरकारी जीप चालक यशवंत सिंह ने ऑनड्यूटी अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी। गंभीर रूप से घायल सिंह को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत अभी स्थिर बनी है। डॉक्टरों के अनुसार गोली उनके सिर में लगी है।
बता दें कि पुलिस जीप चालक यशवंत सिंह ने खुद को गोली मारने से पहले अपने बेटे को ह्वाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था, जिसमें थाना प्रभारी सुधीर कुमार सिंह पर अवकाश को लेकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। ये सुसाइड नोट पुलिस कमिश्नर को संबोधित है। इसमें साफ तौर पर थाना प्रभारी पर छुट्टी के लिए प्रताड़ित करने का उल्लेख है। यशवंत ने सुसाइड नोट में लिखा है, “अगर मेरी मृत्यु होती है तो इसके जिम्मेदार थाना प्रभारी होंगे।
आगे लिखा है, मुझ प्रार्थी मुख्य आरक्षी चालक यशवंत सिंह क एसएचओ लालपुर पांडेयपुर सुधीर कुमार सिंह द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। मेरे लड़के की तबीयत खराब थी मैं एसएचओ के आवास पर छुट्टी फार्वर्ड कराने गया तो मुझे भगा दिया। उसी समय से प्रार्थी डिप्रेशन में रहता था। प्रार्थी मकान बनवा रहा था तब भी परेशान किया जाता रहा। प्रार्थी रात में काम कर दिन में मकान बनवाना चाहता था, तब भी बीच-बीच में परेशान किया जाता रहा। महोदय मेरी मृत्यु का कारण सिर्फ एसएचओ लालपुर पांडेयपुर है और कोई नहीं।” इस प्रकरण में बताया जा रहा है कि यशवंत सिंह ने 85 वर्षीय पिता के गंभीर रूप से बीमार होने पर इलाज व देखभाल के लिए छुट्टी ले कर गांव गए थे। सूत्रों की मानें तो छुट्टी से लौटने के बाद भी थाना प्रभारी ने उन्हें भला-बुरा कहा था।