*संदिग्ध हालात में मासूम के सीने के पार हुई गोली, मौत,*

*संदिग्ध हालात में मासूम के सीने के पार हुई गोली, मौत,*

*पिता का सुबह हुआ पड़ोसी से विवाद, निकाल ली थी लाइसेंसी बंदूक* 

*लखनऊ।* अपनी और अपनों की सुरक्षा के लिए पिता के द्वारा ली गई लाइसेंसी बंदूक आज पिता के 10 वर्षीय लाड़ले बेटे की मौत का कारण बन गई। मामला ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के राईन नगर का है, जहां पिता की लाइसेंसी बंदूक से चली गोली 10 वर्षीय बेटे को लगी और उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है । पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मंडी में आढ़त का काम करने वाले मोहम्मद फरीद अपनी पत्नी अस्फिया बेटी फरिहा और 10 वर्षीय बेटे मोहम्मद अली के साथ ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के बालागंज के पास राईन नगर में रहते हैं।

मोहम्मद फरीद का सोमवार को सुबह अपने पड़ोसी शमीम बालवर से कुछ विवाद हो गया विवाद के बाद फरीद अपने घर में रखी लाइसेंसी बंदूक लोड करके शमीम की तरफ भागे तभी गुस्से में बंदूक लेकर जा रहे फरीद को लोगों ने रोक लिया और भरी हुई बंदूक को घर में रखवा दिया। पड़ोसी बालवर शमीम से हुए झगड़े के मामले में ठाकुरगंज पुलिस मौके पहुंची और फरीद को लेकर थाने चली गई। फरीद झगड़े के मामले में थाने पर थे और घर में रखी भरी हुई लाइसेंसी बंदूक से उनका बेटा अली खेल रहा था, बिस्तर पर रखी बंदूक से खेल रहे फरीद के 10 वर्षीय बेटे मोहम्मद अली से बंदूक से अचानक गोली चली और गोली उसके सीने में लग गई। बंदूक की गोली से घायल बच्चे को परिवार वालों ने ट्रामा सेंटर पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई।

इंस्पेक्टर ठाकुरगंज का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि सुबह बालवर शमीम से झगड़े के मामले में फरीद को थाने लाया गया था तभी उनके घर में ये घटना हो गई। बताया जा रहा है कि मंडी में आढ़त चलाने वाले फरीद के दो भाइयों ने फरीद को झगड़े के वक्त भरी हुई बंदूक ले जाने से रोका था और बंदूक घर में रखवा दी थी । इत्तेफाक से फरीद गुस्से की हालत में बंदूक को अनलोड करना भूल गए और लापरवाही वश घर में रखी गई बंदूक से फरीद का बेटा खेल रहा था तभी अचानक गोली चली और 10 वर्षीय मासूम मोहम्मद अली की जान चली गई।

अपनी और अपनों की जान की हिफाजत के लिए लिए गए लाइसेंसी असलहे से अपनों की मौत का ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई बार लाइसेंस असलहे अपनी और अपनों की मौत का कारण बन चुके हैं। ईद से महज 14 दिन पूर्व रमजान के पवित्र महीने में मासूम मोहम्मद अली की हुई मौत से पूरे घर में कोहराम मच गया। बताया जा रहा है कि अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक की गोली से मौत की नींद सोया मोहम्मद अली बहुत ही खुश मिजाज और हंसमुख बच्चा था।