हृदय में हो हनुमान तो नशे का मिटेगा नामोनिशान…ज्योति बाबा…
कानपुर l आखिर हृदय से ही स्वभाव बनता है और मस्तिष्क से व्यवहार बाहरी संसार का संचालन मनुष्य का व्यवहार करता है और भीतर के संसार का संचालन हमारा स्वभाव करता है जो लोग अपने व्यवहार से संचालित होंगे वह कार्य स्वार्थ से प्रेरित होकर करेंगे वही जो व्यक्ति स्वभाव से संचालित होंगे वह सदैव दूसरों का मंगल करेंगे सर्वप्रिय बनेंगे और जीवन को दिशा देंगे इसीलिए नशा के सेवन के दुष्प्रभाव के चलते वह वह व्यवहार व स्वभाव की मधुरता खो देते हैं परिणाम स्वरूप परिवार और समाज में तिरस्कार के भागीदार बनते हैं उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में काकादेव रामनवमी समिति के तत्वाधान में नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के अंतर्गत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के सहयोग से हनुमान जयंती के परिप्रेक्ष्य में आयोजित वेबीनार हृदय में हो हनुमान तो नशे का मिटेगा नामोनिशान पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के नेशनल ब्रांड एम्बेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने कहा कि बाबा बजरंगबली को हम मंगलकारी के रूप में स्मरण करते हैं उन्होंने सदैव श्रीराम के लिए और मानव जाति के लिए मंगल कार्य किए हैं और हर अशुभ को शुभ में बदलने के साथ हर अमंगल को खुद झेला चाहे वह सुग्रीव हो रावण हो या कोई रावण की अशुभ की चेतावनी और मंगल का रास्ता दिखाने का कार्य सिर्फ पवनसुत हनुमान जी ने ही किया था इसीलिए जो भक्त हनुमान जी के मंदिर में अगाध श्रद्धा के साथ जाते हैं लेकिन फिर भी भौतिक नशा का सेवन कर आनंदित होते हैं वे प्रभु हनुमान के स्मरण मात्र से ही दुनिया के सबसे बड़े आनंद रुपी सुख से ता जिंदगी वंचित रहते हैं और पूरे जीवन अधूरी जिंदगी और खालीपन के भ्रम से भरने का कार्य हर पल करते हुए रोग ग्रस्त बनकर दुनिया से विदा हो जाते हैं ज्योति बाबा ने कहा कि हनुमान जी स्वयं सभी संकट और कष्टों से उबारने वाले साक्षात मंगल स्वरूप हैं उनकी स्तुति गान छोड़कर तू नशे के जाल में क्यों फंसा है जब भी कष्ट आए तो हल नशे में नहीं अपने इष्ट देव हनुमानजी में लगाना चाहिए जिन्होंने करोड़ों नर नारियों के जीवन में अटूट खुशियां दी हैं वही तुम्हारे सारे कष्ट दूर कर देंगे काकादेव रामनवमी समिति के आयोजक बउआ केसरवानी व महामंत्री सोनू राठौर ने कहा कि हनुमान जी एक प्रेरणा है और जब भी मन में दुख हो,परेशानी हो सिर्फ याद करने मात्र से उत्पन्न सकारात्मक उर्जा से जीवन प्रकाशमान बन जाता है इसीलिए युवाओं अपनी परेशानियों व चिंताओं को नशे में मत खोजो, बल्कि अपने को निर्मल करने सुधारने सीखने समर्पण के साथ राम भक्त हनुमान जी की शरण में आओ l
हरदीप सिंह सहगल
मीडिया प्रभारी
सोसायटी योग ज्योति इंडिया
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…