विश्व होम्योपैथी दिवस व श्री रामनवमी पर सभी होम्योपैथी डॉक्टर एवं सम्बंधित व्यक्तियों को हार्दिक शुभकामनाएं…
विश्व होम्योपैथी दिवस व श्री रामनवमी पर सभी होम्योपैथी डॉक्टर एवं सम्बंधित व्यक्तियों को हार्दिक शुभकामनाएं होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति लगभग सवा 200 वर्ष पुरानी है साल दर साल इसकी विश्वसनीयता बढ़ती जा रही है इसका सबसे बड़ा कारण है होम्योपैथी उपचार में किसी भी दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट) का अभाव।
होम्योपैथी, जिसे होम्योपैथिक दवा के रूप में भी जाना जाता है, एक चिकित्सा प्रणाली है जिसे जर्मनी में 200 से अधिक साल पहले विकसित किया गया था। यह दो अपरंपरागत सिद्धांतों पर आधारित है:
“जैसे इलाज की तरह” – यह धारणा कि स्वस्थ लोगों में समान लक्षण पैदा करने वाले पदार्थ से बीमारी ठीक हो सकती है।
“न्यूनतम खुराक का नियम” – यह धारणा कि दवा की खुराक जितनी कम होगी, उसकी प्रभावशीलता उतनी ही अधिक होगी। कई होम्योपैथिक उत्पाद इतने पतले होते हैं कि मूल पदार्थ के कोई अणु नहीं रहते हैं।
उपचार “व्यक्तिगत” या प्रत्येक व्यक्ति के अनुरूप होते हैं—एक ही स्थिति वाले अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग उपचार प्राप्त करना आम बात है। होम्योपैथी व्यक्तियों को उपचार निर्दिष्ट करने के लिए एक अलग नैदानिक प्रणाली का उपयोग करती है और पारंपरिक चिकित्सा से भिन्न लक्षणों और लक्षणों के नैदानिक पैटर्न को पहचानती है।
Curing your health disorders completely with safe remedies is very Important.
It is possible through Homeopathy.
Dr.Pankaj Chaudhary
Homeopathy Clinic
H1 Block Kidwai Nagar,Kanpur Near By U.P. Kirana School
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…