यह है नॉर्थ ईस्ट के इंद्रधनुषी रंग…

यह है नॉर्थ ईस्ट के इंद्रधनुषी रंग…

भारत के नॉर्थ ईस्ट स्टेट टूरिस्ट के लिए हॉट स्पॉट बनकर उभरे हैं। पिछले कुछ वर्षो में इन राज्यों में आने वाले घरेलू और विदेशी सैलानियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। मणिपुर, त्रिपुरा और नागालैंड में 20-29 फीसदी ज्यादा विदेशी टूरिस्ट पहुंचे, वहीं अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड पहुंचने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या में 36-41 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।

नागालैंड:- नागालैंड जितना खूबसूरत है, उतना ही इसके आसपास का माहौल भी। यहां 16 जनजातियां पाई जाती हैं। प्रतिबंधित क्षेत्र परमिट (आरएपी) में ढील की वजह से राज्य में विदेशी के साथ-साथ घरेलू पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। नागालैंड का हॉर्नबिल फेस्टिवल पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण है। यह फेस्टिवल टूरिज्म विभाग द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिसमें सभी 16 जनजातियां अपने-अपने रीति-रिवाजों, परंपराओं एवं लोकनृत्य-संगीत का प्रदर्शन करते हैं। इसमें मिजोरम, मेघालय समेत पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के कलाकार भी अपने लोकसंगीत और नृत्य का प्रदर्शन करते हैं। इसमें इन राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं विविधता देखने को मिलती है। इसलिए इसे फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल्स भी कहा जाता है। यहां के पर्यटन आकर्षणों में द्वितीय विश्वयुद्ध का कब्रिस्तान, राज्य संग्रहालय, कोहिमा और दीमापुर के चिड़ियाघर शामिल हैं। प्रमुख शहरों में दीमापुर, कोहिमा, मोकोकचुंग, मोन, फेक, त्वेनसांग, वोखा, जुन्हेबोटो मिलकर इसे बेहद खूबसूरत बनाते हैं।

अरुणाचल प्रदेश:- यह नॉर्थ-ईस्ट का बेहद खूबसूरत राज्य है। बोमाडिला, तवांग और इसके आसपास के कई दर्शनीय बौद्ध स्थल हैं। पशिघाट का प्राकृतिक सौंदर्य देखने लायक है। अन्नी गोंपा, वार मेमोरियल, माधुरी लेक, नामदफा राष्ट्रीय उद्यान, माउलिंग राष्ट्रीय उद्यान दर्शनीय स्थल हैं। लोस्सार, सी-दोन्याई, मोपिन, सोलुंग, परशुराम कुंड मेला, लिखबली मेला आदि प्रमुख त्योहार और मेले हैं। एडवेंचर के शौकीन बह्मपुत्र नदी में रिवर राफ्टिंग का आनंद ले सकते हैं।

मणिपुर:- यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और हिल्स की खूबसूरती देखते ही बनती है। मणिपुर की राजधानी इंफाल प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवन से घिरी हुई है। गोविंद जी मंदिर, कांगला पैलेस, युद्ध स्मारक, इमा केथेल, इम्फाल घाटी आदि इसके पर्यटन में चार चांद लगाते हैं। तामेंगलांग में ऑरेंज महोत्सव काफी लोकप्रिय है। तामेंगलांग में जाइलद झील बेहद खूबसूरत स्थल है।

मेघालय:- मेघालय की मनोरम वादियों को देख कोई भी इसकी खूबसूरती का कायल हो सकता है। बारिश के मौसम में यहां की पहाड़ियां लुभावनी दिखाई देती हैं। मेघालय की राजधानी शिलांग की खूबसूरती और यहां की ऊंची-ऊंची पहाड़ियों के आकर्षण से आप बच नहीं सकते। यहां वार्ड लेक, लेडी हैदरी पार्क, पोलो ग्राउंड, मिनी चिड़ियाघर, एलीफेंट वाटर फॉल प्रमुख पर्यटक स्थल है।

मिजोरम:- यहां के खूबसूरत धान के खेत, बांस के जंगल, कलकल बहते झरने-प्रकृति प्रेमियों को जरूर आकर्षित कर सकते हैं। यहां की राजधानी आइजोल धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। चमफाई और तामदिल देखने लायक हैं। वानतांग जलप्रपात मिजोरम में सबसे ऊंचा और अति सुंदर जलप्रपात है। ट्रेकर्स के लिए मिजोरम स्वर्ग के समान है।

असम:- प्रकृति प्रेमियों के लिए असम स्वर्ग से कम नहींहै। यह चाय के बागानों के लिए प्रसिद्ध है। कामाख्या मंदिर, नवग्रह मंदिर, कांजीरंगा नेशनल पार्क, मानस उद्यान, विश्व की सबसे बड़ी नदी द्वीप माजुली, चंदुबी झील, होजो, बताद्रवा सुआलकूची आदि दर्शनीय स्थल हैं। बिहु, बाथोव पूजा, पोरग, बैसागू, जोनभील मेला, अम्बुबासी आदि प्रमुख है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट