अपने साथी को दीजिए एक्सट्रा केयर…

अपने साथी को दीजिए एक्सट्रा केयर…

आज की भागती दौड़ती जिंदगी में एक चीज है जो सभी का साथी बन चुका है और यह चीज है कंप्यूटर। यूं तो कंप्यूटर रखने की जगह आजकल की सिंगल फैमिली और फ्लोर सिस्टम वाले घरों में नहीं होती इसलिए अब यंगस्टर्स को लैपटॉप बहुत पसंद आते हैं। लैपटॉप रखना आज हर युवा के लिए एक स्टेटस सिंबल हो गया है। लेकिन आपका यह स्पेशल साथी कुछ स्पेशल केयर भी चाहता है।

लैपटॉप को कभी भी कंप्यूटर से अधिक क्षमता के मामले में वरीयता नहीं दी जाती लेकिन छोटी-सी जगह में फिट होने और काम करने भर की स्पीड देने की वजह से आज यह सभी की पसंद बन चुका है। आजकल के महंगे और अच्छे कंफिग्रेशन के लैपटॉप जरूर आपको अच्छी स्पीड दे सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको उसी के मुताबिक जेब भी ढीली करनी पड़ती है। लेकिन अब इतनी महंगी चीज को आप जल्दी-जल्दी बदलना तो नहीं चाहेंगे ना। इसीलिए आज हम लाए हैं कुछ ऐसे टिप्स जिनका इस्तेमाल कर आप अपने लैपटॉप की एक्सट्रा केयर कर सकते हैं।

बैटरी बैकअप:- लैपटॉप की एक सबसे अच्छी खासियत यह है कि इसकी देखभाल करना कंप्यूटर से आसान है। इसमें पंगा सिर्फ इसकी बैटरी ही देती है। लैपटॉप खरीदते समय उसके तमाम फीचर्स देखने के अलावा इसका बैटरी बैकअप भी ध्यान देना जरूरी हो जाता है। अगर लैपटॉप का बैटरी बैकअप अच्छा नहीं है, तो इससे आपको काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। इससे अलावा आपका काम भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए जब भी लैपटॉप लें सबसे पहले बैटरी बैकअप के बारे में जानें। कुछ टिप्स का इस्तेमाल कर आप अपनी बैटरी को लंबे समय तक चला सकते हैं जैसेः

ब्राइटनेस रखें कम: लैपटॉप का प्रयोग करते समय उसकी स्क्रीन सबसे ज्यादा बैटरी बैकअप कंज्यूम करती है। इसके लिए स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रखें। जरूरत से अधिक ब्राइटनेस ज्यादा पावर तो कंज्यूम करती ही है, साथ ही यह आंखों के लिए भी घातक है।

ब्लूटूथ और वाईफाई का सही समय पर इस्तेमालः इसके अलावा लैपटॉप में दिए गए ब्लूटूथ, वाईफाई कनेक्शन की जरूरत न होने पर उन्हें बंद रखें। हो सके तो माउस की जगह लैपटॉप पैड का प्रयोग करें।

लगातार बैटरी चार्ज न करें:- यह एक ऐसी गलती है जो अकसर लैपटॉप और मोबाइल यूजर अवश्य करते हैं। यूजर्स को लगता है कि चार्जर पर लगे रहने से बैटरी को पावर मिलती रहेगी लेकिन ऐसा होता नहीं है। अगर आपका लैपटॉप पूरा चार्ज हो चुका है, तो उसे चार्जिंग पोर्ट से हटा दें या पॉवर ऑफ कर दें। कभी भी चार्जिंग के बीच में लैपटॉप से पावर डिसकनेक्ट न करें। इससे लैपटॉप की बैटरी लाइफ कम होती है। इसके अलावा जब लैपटॉप में पावर 15 प्रतिशत तक कम हो जाए तभी उसे चार्ज करें क्योंकि बीच में लैपटॉप चार्ज करने से डिवाइस की होल्डिंग पावर कम हो जाती है।

आसपास का माहौल रखें ठंडा:- कंप्यूटर और लैपटॉप दोनों पर ही काम करते हुए कुछ उष्मा बाहर निकलती है। यूं तो इसकी गर्मी को ठंडा करने के लिए लैपटॉप में पंखा लगा होता है लेकिन कोशिश कीजिए कि इस पंखे को अपना काम करने की कम ही जरूरत पड़े। लैपटॉप का प्रयोग करते समय उसके आसपास का वातावरण ठंडा रहना चाहिए। साथ में लैपटॉप के किनारे दिए गए विंड पैनल खुले रहें। ऐसा न हो कि विंड पैनलों के सामने कोई अवरोध हो, इससे लैपटॉप और ज्यादा गर्म होगा। वैसे आजकल के लैपटॉप में एडवांस कूलिंग तकनीक दी जा रही है, जिसकी वजह से वे ज्यादा हीट नहीं करते।

लैपटॉप बैटरी बदलें:- नए डिवाइस में बैटरी बैकअप से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती, मगर समय के साथ बैटरी की क्षमता कम होने लगती है। एक निश्चित समय बाद पुरानी बैटरी को बदल दें। कमजोर बैटरी कभी भी पावर कट कर सकती है, जो लैपटॉप के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…