अवसर ट्रस्ट का जलवा, करीब 3000 स्टूडेंटस अवसर 50 प्रवेश परीक्षा में हुए शामिल:..
परोपकारी हृदय सम्राट कहे जाने वाले रविंद्र किशोर सिन्हा उर्फ आरके सिन्हा कि संस्था अवसर ट्रस्ट ने रविवार को बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य जगहों पर अवसर 50 के लिए वर्ष 2022 to 24 सेशन हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजित किया । इस प्रवेश परीक्षा में लगभग 3000 स्टूडेंट्स शामिल हुए।
क्या है अवसर 50:
Awasar 50 की स्थापना पूर्व राज्यसभा सांसद रविंद्र किशोर सिन्हा ने उन आर्थिक रुप से गरीब स्टूडेंट के लिए किया है, जिनके सपने बड़े होते है लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह सपना टूटने लगता है,लेकिन अब आर्थिक तंगी वाले भी स्टूडेंट्स आईआईटियन बन रहे हैं। अवसर ट्रस्ट 50 आर्थिक रुप से गरीब स्टूडेंट्स का चयन करके उसे नि:शुल्क शिक्षा के अलावा पटना में रहने खाने की सारी व्यवस्था फ्री देता है, आपको बताते चलें कि पिछले वर्ष अवसर ट्रस्ट से पढ़कर पटना के मजदूर की बेटी दिव्या आईआईटी धनबाद पहुंच चुकी है तो वही गिरिडीह के मोमबत्ती बेचने वाले का बेटा पिंटू वर्णवाल आईआईटी बीएचयू में दाखिला लेकर अपने सपनों को पंख लगा रहा है। इसके अलावा सोनपुर के प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड का बेटा दिवाकर जेईई मेन और जेईई एडवांस में सफलता पाकर आज ट्रिपल आईटी इलाहाबाद में पढ़ाई कर रहा है। ऐसे अनेकों स्टूडेंट अपने आर्थिक रूप से गरीबी को पीछे छोड़कर अपने सपनों को पंख लगा चुके हैं। सबसे बड़ी बात अवसर 50 का यह है कि इस संस्था से पढ़ने वाला मोकामा का स्टूडेंट् अभिषेक सिन्हा ने जेईई एडवांस में ऑल इंडिया रैंक 245 लाया था जो अभी आईआईटी रुड़की में पढ़ रहा है।
इतने कम समय में अवसर 50 ने कैसे सुपर 30 को टक्कर दे दिया
इसके पीछे का मुख्य कारण पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की बड़ी सोच है। उन्होंने देशव्यापी ऐसे शिक्षकों का चयन अवसर50 के लिए किया है जिन्हें पूरा देश जानता है।
आखिर कौन है वे शिक्षक जो रविंद्र किशोर सिन्हा के सपनों को लगा रहे हैं पंख:
आपको बताते चलें कि देश के महान गणितज्ञ के सी सिन्हा अवसर 50 के मेंटर्स है तो वही मैथमेटिक्स गुरु के नाम से मशहूर आरके श्रीवास्तव इसके डायरेक्टर है।
कौन है आरके श्रीवास्तव:
सबसे बड़ी बात है कि वैसे स्टूडेंट्स जिन्हें गणित के नाम से ही डर लगता है परंतु वे आरके श्रीवास्तव के क्लास में जब शिक्षा ग्रहण करते है तो वे गणित के हौवा को भूल जाते है।स्टूडेंट्स अगले दिन भी यह कहते है कि हमे आरके श्रीवास्तव के नाईट क्लासेज में पूरे रात लगातार 12 घण्टे गणित पढ़ना है। पूरे रात लगातार 12 घण्टे स्टूडेंट्स बिना किसी तनाव के एन्जॉय करते हुए गणित के प्रश्नों को हल करते है।आरके श्रीवास्तव गणित को हौवा या डर होने की बात को नकारते हैं। वे कहते हैं कि यह विषय सबसे रुचिकर है। इसमें रुचि जगाने की आवश्यकता है।अगर किसी फॉर्मूला से आप सवाल को हल कर रहे हैं तो उसके पीछे छुपे तथ्यों को जानिए। क्यों यह फॉर्मूला बना और किस तरह आप अपने तरीके से इसे हल कर सकते हैं। वे बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही गणित में बहुत अधिक रुचि थी जो नौंवी और दसवी तक आते-आते परवान चढ़ी।
ऑटो रिक्शा के होने वाले इनकम से कभी चलता था परिवार, ऑटो रिक्शा वाला से लेकर मैथमेटिक्स गुरु बनने तक का सफर आरके श्रीवास्तव ने तय किया,
देश के सारे प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं और अखबारों में उनके शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें हमेशा छपते रहता है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी आरके श्रीवास्तव का नाम है दर्ज।
बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं। आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं।
आरके श्रीवास्तव (RK Srivastava) के शैक्षणिक कार्यशैली की प्रशंसा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कर चुके हैं। इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान अद्भुत, अकल्पनीय है। गूगल ब्वाय कौटिल्य के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…