बेटी जैसी पूर्व किराएदार ने भाई संग मिलकर डाली थी…
प्रॉपर्टी कारोबारी के घर डकैती, तीन गिरफ्तार…
गाजियाबाद, 05 मार्च। नेहरूनगर थर्ड में 22 फरवरी को हथियारों के बल पर दिनदहाड़े प्रॉपर्टी कारोबारी निखिल भाटी पुत्र गुलाब भाटी के घर में घुसकर की गई डकैती की वारदात का सिहानी गेट पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में एसपी सिटी की एसओजी टीम ने सिहानी गेट थाना पुलिस के साथ मिलकर कारोबारी की पूर्व किराएदार और उसके भाई समेत तीन आरोपी गिरफ्तार किए हैं। जबकि घटना में शामिल उनके तीन साथी फरार हैं। आरोपियों के कब्जे से 29 हजार रुपए कैश बरामद किया गया है। खुलासे के वक्त मौजूद पीडि़त परिजनों ने बताया कि पकड़ी गई किराएदार उनके मकान में दो साल तक बेटी की तरह रही और अब तक वह उसे बेटी की तरह ही सम्मान देते थे। उसके द्वारा घटना कारित कर देने पर वह अचम्भे में हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि किराएदार युवती के पिता रोहतक, हरियाणा में कानूनगो हैं। उसने अपने भाई के साथ मिलकर पूरी घटना की साजिश रची और फिर हरियाणा से बदमाशों को बुलाकर वारदात की थी।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने सापला, रोहतक हरियाणा निवासी सुचरिता उर्फ ज्योति, उसके भाई रविदत्त और विशाल को गिरफ्तार किया है। जबकि इनके तीन साथी हरियाणा निवासी विक्की, अंकित और राहुल अभी फरार हैं। एसपी सिटी का कहना है कि ज्योति 2019 से 2021 तक पीडि़त कारोबारी निखिल भाटी के राकेश मार्ग स्थित मकान में किराए पर रही थी। फिलहाल वह कविनगर क्षेत्र में कोलंबिया अस्पताल के सामने बनी सुशांत सिटी में किराए पर रहती है। सुशांत सिटी में शिफ्ट होने के बाद भी उसका निखिल के घर आना.जाना बरकरार था। निखिल का परिवार उसे बेटी की तरह मानता था। वह निखिल की मां को मम्मी ही कहा करती थी।
एसपी सिटी ने बताया कि घटना से पूर्व ज्योति ने बदमाशों को कारोबारी के घर, भागने के रास्ते और उसके आसपास की पूरी जानकारी दे दी थी। पूर्व में की गई रैकी के दौरान ज्योति खुद बदमाशों के साथ रही। वारदात के वक्त रविदत्त और विशाल पहले कोरियर ब्वॉय बनकर कारोबारी के घर में घुसे। घर में मौजूद कारोबारी की पत्नी प्रिया, 7 साल की छोटी बहन वंशिका और 6 माह की बेटी को हथियारों के बल पर बंधक बनाने के बाद उन्होंने नीचे खड़े अपने दो साथियों अंकित और राहुल को इंटरनेट कॉल कर ऊपर घर में बुलाया था। इस दौरान मास्टरमाइंड ज्योति और विक्की घर के बाहर निगरानी कर रहे थे। जिसके बाद चारों बदमाशों ने मौजूद परिजनों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। परिजनों का दावा था कि बदमाश उनके घर से करीब 6 लाख रुपए कैश और करीब 15 लाख रुपए कीमत के जेवरात लूट कर ले गए हैं। लेकिन खुलासा हुआ कि बदमाशों को घर में सिर्फ 1.62 लाख रुपए कैश और प्रिया के कानों के टॉप्स व अंगूठी ही मिले थे।
एसपी सिटी ने बताया कि डबल बीए पास ज्योति प्लेसमेंट एजेंसी चलाने का दावा करती है। लेकिन उसका कहीं कोई दफ्तर जानकारी में नहीं आया है। वह खुद को सिविल सर्विसेज की परीक्षा में उत्तीर्ण बताकर पढ़े लिखे और रईस परिवार में अपनी पैठ बनाने की कोशिश करती है। जांच में ज्योति की यह बात भी पुष्ट नहीं हुई है। एसपी सिटी ने बताया कि ज्योति और रविदत्त के पिता रोहतक में कानूनगो हैं। रविदत्त भी बीएससी पास है। रविदत्त पकड़े गए विशाल और फरार बदमाशों के संपर्क में था। बहन के साथ साजिश रचने के बाद रविदत्त ने ही घर में मोटा माल मिलने का लालच देकर अन्य बदमाशों को हरियाणा से बुलाया था। हरियाणा से आए बदमाशों में अंकित पर हत्या और राहुल पर चोरी का केस दर्ज है। कानूनगो की बेटी को डकैती की साजिश रचते वक्त कानून से खिलवाड़ का अंदाजा नहीं था। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जब उसे कानून का पाठ पढ़ाया तो उसने अपनी गलती मान ली।
जांचपड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला था कि बदमाशों ने वारदात के दौरान आपस में फोन पर बातचीत की थी। जिसके बाद पुलिस ने इलेक्ट्रोनिक सिस्टम की मदद से बदमाशों का नंबर पता करने का प्रयास किया, लेकिन मायूसी हाथ लगी। पुलिस को पता चला कि बदमाशों ने नॉर्मल कॉल के बजाए इंटरनेट कॉल का इस्तेमाल किया था, इस पर पुलिस को बदमाशों का नंबर पता लगाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस का कहना है कि बदमाशों का नंबर पता लगते ही उनपर शिकंजा कस दिया गया।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…