सोशल साइट्स पर शादी का झांसा देकर आठ लाख की ठगी…

सोशल साइट्स पर शादी का झांसा देकर आठ लाख की ठगी…

पति-पत्नी गिरफ्तार…

नई दिल्ली, 24 फरवरी। साउथ दिल्ली की साइबर सेल पुलिस टीम ने शादी का झांसा देकर महिला को ठगने के आरोप में एक भारतीय महिला और उसके अफ्रीकी नागरिक पति को गिरफ्तार किया है। साथ ही दोनों आरोपियों के पास से 10 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, लैपटॉप राउटर, कई एटीएम कार्ड और पासबुक भी बरामद किए गए हैं। इन लोगों ने महिला से शादी डॉट कॉम के जरिए दोस्ती की और बाद में विदेश से खूबसूरत तोहफा भेजने के नाम पर आठ लाख 28 हजार की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। वहीं इस पूरे मामले में अफ्रीकी नागरिक और उसकी भारतीय महिला साथी भी शामिल थी। दोनों को साइबर सेल पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार महिला आरोपी की पहचान मणिपुर की रीता केमाई और उसके पति की पहचान नाइजीरिया के निवासी के रूप में हुई है। दक्षिणी दिल्ली की डीसीपी बनिता मैरी जेकर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता जैस्मीन कौर ने साइबर थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि वह शादी डॉट कॉम पर एक व्यक्ति से मिली थी, जिसका नाम अर्जुन सिंह था जो ब्रिटेन में रह रहा था और पंजाब का मूल निवासी था। उन्होंने अपने नंबरों का आदान-प्रदान किया और एक दूसरे से फोन पर बात की और वाट्सऐप पर भी बात हुई संबंध बनाने और उसे विश्वास दिलाने के बाद कि वह उससे शादी करेगा कथित व्यक्ति ने कहा कि वह भारत में कुरियर के माध्यम से महंगा उपहार भेज रहा है। कुछ दिनों बाद उसे एक अज्ञात नंबर से कस्टम विभाग से प्रियंका शर्मा के रूप में खुद का प्रतिनिधित्व करने वाले का कॉल आया. जिसने कहा कि कोरियर सुरक्षा के उद्देश्य से फंस गया है और पार्सल जारी करने के लिए पैसे मांग रहा है। ऐसा मानकर शिकायतकर्ता ने विभिन्न बैंक खातों में लगभग आठ लाख रुपये दिए और व्यक्ति विभिन्न कारणों से अधिक पैसे मांगते रहे। शिकायतकर्ता को तब पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। इस संबंध में साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू कर दी गई। अपराध की गंभीरता को भांपते हुए एसीपी ने इंस्पेक्टर अरुण कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई अनिल राठौड़ एसआई विकास सांगवान एएसआई सुरेंद्र हेड कांस्टेबल अजय पासवान रामबीर कॉन्स्टेबल अबे राजपाल कुलदीप राजूराम और महिला कॉन्स्टेबल रेणु और सीमा को शामिल किया गया। जांच के दौरान बैंकों, सर्विस प्रोवाइडर्स, फेसबुक और मैट्रिमोनियल साइट्स, ई-कॉमर्स वेबसाइट्स आदि से जानकारी के आधार पर खोज की गई। विशिष्ट संख्या को संदिग्ध शादी डॉट कॉम के रूप में फ़िल्टर किया गया। फेसबुक और गूगल के विश्लेषण में पाया गया कि कथित व्यक्ति अपनी पहचान छिपाने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल कर रहा था। तकनीकी जांच के आधार पर ई-कॉमर्स वेबसाइट से संदिग्धों की लोकेशन हासिल की गई और उनकी लोकेशन ट्रेस की गई, जिसमें दोनों आरोपियों को मणिपुर निवासी रीता और नाइजीरिया निवासी आका को गिरफ्तार किया गया। रीता कुरियर विभाग की कर्मचारी बनकर बात करती थी। दोनों ने साजिश के तहत कई महिलाओं को अपने जाल में फंसाया था। फिलहाल इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर 6 सिम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, 10 एटीएम कार्ड, विभिन्न बैंकों के पासबुक, दो राउटर, दो लैपटॉप बरामद किया है, जबकि आरोपी महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी पुलिस रिमांड पर है और आगे की जांच की जा रही है।