यूक्रेन संकट पर लगे चुप्पी साधने के आरोप तो भड़का चीन, विदेश मंत्री बोले- हमारे खिलाफ हो रहा प्रचार, रूस का लिया पक्ष…

यूक्रेन संकट पर लगे चुप्पी साधने के आरोप तो भड़का चीन, विदेश मंत्री बोले- हमारे खिलाफ हो रहा प्रचार, रूस का लिया पक्ष…

बीजिंग, 21 फरवरी। चीन ने नाटो के पूर्व की तरफ होने वाले विस्तार को लेकर चेतावनी दी है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि प्रत्येक देश की स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा की जानी चाहिए और ऐसा यूक्रेन के मामले में भी होना चाहिए. हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, वांग ने ये बातें 58वें म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान वीडियो लिंक के माध्यम से कही हैं. वो भी ऐसे वक्त पर जब रूस और यूक्रेन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है.

उन्होंने कहा, ‘सभी देशों की संप्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा की जानी चाहिए क्योंकि ये संयुक्त राष्ट्र के संविधान के माध्यम से स्थापित अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूल सिद्धांत हैं. यूक्रेन के संबंध में बिना किसी अपवाद के चीन भी इसी बात को कायम रखता है. अगर कुछ लोग अब भी सवाल कर रहे हैं कि इस मुद्दे पर चीन कहां खड़ा है, तो यह जानबूझकर प्रचार करना होगा.’ वांग ने कहा कि एक देश की सुरक्षा दूसरे देशों की सुरक्षा की कीमत पर प्राप्त नहीं की जानी चाहिए और क्षेत्रीय सुरक्षा सैन्य ब्लॉक्स को मजबूत करने पर आधारित नहीं होनी चाहिए.

चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि बहुपक्षवाद के बीच हमें एकजुटता और सहयोग को बढ़ाना चाहिए. वांग यी ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि जो लोग यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता पर चीन की स्थिति पर सवाल उठाते हैं, वे गुमराह करने वाले हैं. ऐसा बोलकर चीनी मंत्री ने एक तरह से नाटो के विस्तार को लेकर चेतावनी दी है. जो अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य गठबंधन है. हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीजिंग विंटर ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की थी. वांग के बयान पर इसी बैठक का असर दिख रहा है.

यूक्रेन की बात करें, तो इस देश पर रूस के हमले का डर बना हुआ है. रूस 2014 में हमला कर यूक्रेन का हिस्सा रहे क्रीमिया को पहले ही अपने कब्जे में ले चुका है. अब रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे वाले यूक्रेन के दोनेत्सक और लुहांस्क क्षेत्रों में हिंसा जारी है. यहां से गोलाबारी की खबरें आ रही हैं. अलगाववादियों ने इसके लिए यूक्रेन की सेना को जिम्मेदार ठहराया है. जबकि यूक्रेन का कहना है कि ये हमले रूस के समर्थन वाले अलगाववादी कर रहे हैं. वहीं अमेरिका ने दावा किया है कि रूस यूक्रेन पर किसी भी वक्त हमला कर सकता है, उसने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है.

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…