परिजनों ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम…
कोथावां/हरदोई_बेतुआ नाले में हत्या कर शव फेंका गया था। अमित के घर वालों का यही कहना है। उन्होंने हादसा नहीं, बल्कि हत्या बताते हुए सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। कोथावां-अतरौली रोड पर लगाए गए जाम को लेकर पुलिस को काफी माथापच्ची करनी पड़ी। किसी तरह कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए शव को सड़क से हटाया, तब कहीं जाम खुलवाया जा सका। शव का अंतिम संस्कार कराया गया है। बताते चलें कि बेनीगंज कोतवाली के रैपालपुर निवासी रामप्रसाद का पुत्र अमित कुमार चंडीगढ़ में काम करता था। उसकी पत्नी कई महीनों से अपने ननिहाल सण्डीला कोतवाली के चन्द्रपुर में रह रही है। बच्चे की बीमार होने की खबर सुनते ही अमित चन्द्रपुर पहुंच गया। पिता रामप्रसाद के मुताबिक अमित 3 फरवरी को पत्नी सरोजनी के ननिहाल गया। जहां पर विदा कराने की बात पर सरोजनी और उसके मामा सुखेन्द्र, रामखिलावन व सुरेन्द्र के साथ अमित की कहा-सुनी हो गई।इसके बाद से अमित का कुछ पता नहीं चला।मंगलवार को अमित का शव चन्द्रपुर के बगल में मथुरागढ़ी के पास बेतुआ नाले में पड़ा पाया गया। घर वालों ने आरोप लगाया था कि अमित की उसकी पत्नी और ममेरे ससुर ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया। इधर बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जिसमें सिर पर गहरी चोंट लगने से मौत होने की बात कही गई थी।अमित की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए उसके घर वालों ने कोथावां-अतरौली रोड पर सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया।इसका पता होते ही बेनीगंज एसएचओ इन्द्रजीत सिंह चौहान अपने अमले के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने काफी देर तक समझाया, लेकिन कुछ हल नहीं निकला। काफी माथापच्ची करने के बाद श्री चौहान ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।तब कहीं जाम खुलवाया गया। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया।रैपालपुर के अमित की हत्या की गई। पिता रामप्रसाद ने बेनीगंज की कल्याणमल पुलिस चौकी में तहरीर देते हुए अमित के ममेरे ससुर सुखेन्द्र, रामखिलावन व सुरेन्द्र के खिलाफ के हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई जाने की मांग की है। रामप्रसाद का कहना है कि इससे पहले चन्द्रपुर में अमित के साथ मारपीट की गई थी।इसके बाद से वह सरोजनी के ननिहाल नहीं जाता था।अमित के मामले को लेकर बेनीगंज एसएचओ इन्द्रजीत सिंह चौहान का कहना है कि कानून को खिलौना समझने वालो को किसी पीआर हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मौत से जुड़े हर पहलू की बड़ी बारीकी से जांच की जा रही है। जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी। जो भी गुनाहगार होगा, उसे किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा। वहीं दशहरी किसान संगठन के जिला अध्यक्ष पुनीत मिश्रा का कहना है कि सभी किसान संगठन से जुड़े हुए हैं। इस मामले को लेकर एएसपी पश्चिमी क्षेत्राधिकारी संडीला आदि से बात हो चुकी है। अगर हत्या का मुक़दमा जल्द पंजीकृत नहीं किया जाता तो आंदोलन को विवश होना पड़ेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…