खबर छपने से झल्लाए एलडीए के जेई ने पत्रकार को धमकाया, फाइल और नकदी छीनी…..

खबर छपने से झल्लाए एलडीए के जेई ने पत्रकार को धमकाया, फाइल और नकदी छीनी…..

चार दिन बाद भी नहीं दर्ज हुई रिपोर्ट: पत्रकारों ने एसीपी से मिलकर की कार्रवाई की मांग

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के एक जेई ने अपने खिलाफ छपी खबर से झल्लाकर न सिर्फ खबर लिखने वाले वरिष्ठ पत्रकार को धमकाया बल्कि पत्रकार से फाइल और 55 सौ रुपए की नकदी भी छीन ली। अपने आप को गोरखपुर का निवासी होने का भौकाल और एलडीए में करीब 10 साल के लंबे समय से एक ही पद पर तैनात लखनऊ विकास प्राधिकरण के जेई रविंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ कश्मीरी मोहल्ला, सहादतगंज के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार कायम रजा राहिल ने एसीपी (चौक) को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है।
पीड़ित पत्रकार कायम रजा राहिल ने बताया कि उन्होने अपने समाचार पत्र में “दागदार जे रविंद्र श्रीवास्तव पर क्यों मेहरबान हैं अधिकारी” शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था जिसके उनके पास पर्याप्त साक्ष्य है और उन्होने यह समाचार मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर सामाजिक कार्यकर्ता मदनलाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर प्रकाशित किया था। उन्होने बताया कि वो अपने सहयोगी संजय यादव के साथ अपने कार्यालय जा रहे थे तभी उन्हे नींबू पार्क के पास रविंद्र श्रीवास्तव के द्वारा रोक लिया गया और उनसे न सिर्फ अभद्रता की गई बल्कि रविंद्र श्रीवास्तव ने उन्हे फर्जी मुकदमे में फंसाने और देख लेने की धमकी देते हुए उनके हाथ में मौजूद समाचार पत्र से संबंधित फाइल जिसमें 55 सौ रुपए की नकदी थी, छीन ली। रविंद्र श्रीवास्तव के साथियों के द्वारा कायम रजा और उनके सहयोगी संजय यादव से हाथापाई करने की भी कोशिश की गई लेकिन किसी तरह से वो वहां से बचकर निकल आए और उन्होने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से इस संबंध में शिकायत की। पीड़ित पत्रकार कायम रजा राहिल ने बताया कि उन्होने घटना से संबंधित प्रार्थना पत्र एसीपी चौक को देकर उन्हें धमका कर गाली गलौच करने और नकदी छीनने वाले एलडीए के जेई रविंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए निवेदन किया है।
घटना के 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी अभी तक मुकदमा दर्ज न होने पर पीड़ित पत्रकार कायम रज़ा राहिल के साथ अन्य पत्रकारों ने एसीपी और इंस्पेक्टर चौक से मुलाकात कर मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा। एसीपी चौक ने पत्रकारों को आश्वासन दिया है कि वह जांच के उपरांत कार्यवाही करेंगे। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि कुछ वर्ष पूर्व नाका थाना क्षेत्र के होटल अग्निकांड की जांच में रविंद्र श्रीवास्तव का भी नाम है इसके अलावा भी उनकी मनमानी और बिल्डरों को धमकाने के चर्चे आम हैं। उन्होने बताया कि उन्हे उम्मीद है कि पुलिस आरोपी रविंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ कार्यवाही जरूर करेगी। श्री राहिल का कहना है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में अपनी दबंगई और अपने रसूख के लिए चर्चा का विषय बने जेई रविंद्र श्रीवास्तव की निष्पक्ष जांच की जाए तो जांच में अकूत संपत्ति का पता चलेगा। उन्होने कहा कि वो मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि विभाग को बदनाम करने वाले रविंद्र श्रीवास्तव की संपत्ति की जांच कराएं ताकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर का नाम लेकर अपने आप को मुख्यमंत्री का करीबी बताकर बिल्डरों और अपने मातहत कर्मचारियों का शोषण करने वाले रसूखदार जेई की सच्चाई सामने आ सके।

जेई को बचाने में जुट गए हैं कुछ कथित पत्रकार…..

लिंक पर क्लिक कर पढ़िये “हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट

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विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अपने आपको गोरखपुर शहर का बताकर बिल्डरों, अपने मातहत कर्मचारियों को अरदब में लेने वाले जेई रविंद्र श्रीवास्तव को कुछ तथाकथित पत्रकारों का भी वर्चस्व प्राप्त है। सूत्रों के अनुसार पत्रकार कायम रजा राहिल को धमकाते हुए उनकी फाइल और नकदी छीनने वाले रसूखदार जेई के खिलाफ कार्रवाई के लिए कायम रजा राहिल द्वारा प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद पर्दे के पीछे से रविंद्र श्रीवास्तव के कुछ हमदर्द तथाकथित पत्रकारों ने उसकी पैरवी शुरू कर दी है। सूत्र बता रहे हैं कि लखनऊ विकास प्राधिकरण से संबंधित समाचारों का संकलन करने के नाम पर अपने आप को वरिष्ठ पत्रकार बताने वाले कुछ तथाकथित पत्रकारों की अरविंद श्रीवास्तव से सांठगांठ है। सूत्र बताते हैं कि रविंद्र श्रीवास्तव द्वारा चिन्हित किए गए अवैध निर्माणों से खुद पैसा लेने के बाद उसके हमदर्द पत्रकारों को वहां भेजा जाता है और समाचार छपने का डर दिखाकर ये तथाकथित पत्रकार बिल्डरों से मोटी रकम वसूलते हैं।
जब पत्रकार कायम रजा राहिल अपने सहयोगी पत्रकारों के साथ चौक कोतवाली पहुंचे थे तब वहां पर अपनी कार से पहुंचे रविंद्र श्रीवास्तव की गाड़ी के पीछे उसी के हमदर्द कुछ तथाकथित पत्रकार भी पहुंचे थे। सूत्रों के अनुसार अपने आप को सम्मानित न्यूज चैनल और सम्मानित समाचार पत्रों का रिपोर्टर बताकर रसूखदार रविंद्र श्रीवास्तव के हमदर्द यह तथाकथित पत्रकार शहर में होने वाले अवैध निर्माणों के बल पर ही अपनी तिजोरिया भर रहे हैं और कुछ पत्रकार तो लग्जरी कारों से घूमते रहे है और अपनी इमारतों को लगातार ऊंचा कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कायम रजा राहिल को धमकाने वाले रविंद्र श्रीवास्तव के साथ अगर उनके सहयोगी तथाकथित पत्रकारों की भी जांच की जाए तो एलडीए में हो रहे बड़े गड़बड़ घोटाले का खुलासा भी हो सकता है।

पत्रकार को धमकाने की घटना की निंदा. . . . .

सम्मानित हिंदी दैनिक समाचार पत्र से संबंधित कायम राजा राहिल को जेई द्वारा धमकाए जाने की घटना के बाद पत्रकारों ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोपी जेई रविंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की है। पत्रकार कायम रजा राहिल के साथ चौक कोतवाली पहुंचे पत्रकारों ने एसीपी और इंस्पेक्टर.से एक स्वर में कहा कि पत्रकार को धमकाने वाले लखनऊ विकास प्राधिकरण के जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए ताकि निष्पक्ष पत्रकारिता दम न तोड़े और कानून का राज स्थापित रहे।

“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,

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