बांग्लादेश में प्रतिबंधित चीनी उत्पादों की अबाध खरीद-बिक्री को विशेषज्ञों ने बताया विनाशकारी…

बांग्लादेश में प्रतिबंधित चीनी उत्पादों की अबाध खरीद-बिक्री को विशेषज्ञों ने बताया विनाशकारी…

ढाका/कोलकाता, 04 फरवरी। बांग्लादेश में चीन से आयातित प्रतिबंधित उत्पादों की धड़ल्ले से हो रही खरीद व बिक्री पर कुछ चिंतकों एवं बुद्धिजीवियों ने गंभीर चिंता जताई है। उनका मानना है कि प्रतिबंधित उत्पादों की बिक्री से देश का युवा वर्ग बड़े पैमाने पर प्रभावित हो रहा है और यह विनाशकारी है।

दरअसल, तमाम प्रतिबंधों के बावजूद चीन से सेक्स टॉय, वियाग्रा एवं आतिशबाजी से जुड़े उत्पाद बड़े पैमाने पर बांग्लादेश पहुंच रहे हैं। बांग्लादेश में ये उत्पाद कहीं खुलेआम तो कहीं गोपनीय तरीके से खरीदे और बेचे जाते हैं। इसके कुछ दुष्परिणाम भी सामने आने लगे हैं। विकृत यौनता से जुड़े सेक्स टॉय के इस्तेमाल से युवा वर्ग मानसिक तौर पर प्रभावित होकर अपराध की ओर अग्रसर हो रहा है। हाल ही में ढाका में एक स्कूल छात्रा की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि मृत छात्रा के यौनांग में सेक्स टॉय डाला गया था। चीनी उत्पादों के प्रचार के लिए बांग्लादेश में सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से विज्ञापन प्रचारित किये जा रहे हैं। प्रतिबंधों के बावजूद ऐसे उत्पाद लोग घर बैठे ऑनलाइन अथवा फोन कॉल के जरिए ऑर्डर देकर बड़ी आसानी से यह उत्पाद हासिल कर लेते हैं। इसी तरह चीन से आयातित आतिशबाजी एवं इलेक्ट्रानिक फानुष वातावरण को प्रदूषित करने के साथ-साथ बड़ी दुर्घटनाओं की वजह भी बन रहे हैं। इस संवेदनशील विषय को लेकर हिन्दुस्थान समाचार ने बांग्लादेश के कुछ इस्लामी चिंतकों, पुलिस के आला अधिकारियों एवं बुद्धिजीवियों से बातचीत की है।

बांग्लादेश के इस्लामी चिंतक एवं बांग्लादेश इस्लामी एकता गठबंधन के अध्यक्ष मिस्बाह-उर-रहमान ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि धार्मिक मूल्य बोध एवं बंगालियों की अपनी संस्कृति से दूर हटने का यह दुष्परिणाम है कि आज हमारा युवा वर्ग नैतिक पतन की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के सारे लोगों को मार डालने से भी यदि चीन को आर्थिक लाभ हो तो वह ऐसा करने में नहीं हिचकिचाएगा। उन्होंने कहा कि चीनी उत्पादों के दुष्प्रभावों से नई पीढ़ी को बचाने के लिए हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता पर भरोसा करना होगा। आधुनिकता के नाम पर मर्यादा की सारी हदें तोड़ने के बजाये हमें अपनी मूल संस्कृति की ओर वापस लौटना होगा। जहां तक चीन की बात है तो वह बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण के साथ-साथ यहां की युवा पीढ़ी को विनाश की ओर धकेलना चाहता है।

बांग्लादेश सीआईडी के साइबर इन्वेस्टिगेशन एंड ऑपरेशंस सुपरिंटेंडेंट एस एम अशरफ-उल-आलम का कहना है कि प्रतिबंधित चीनी उत्पाद विभिन्न वेबसाइटों के जरिए बेचे जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर उत्पादों के लिए बाजार बनाया जा रहा है। लाइकी, टिक टॉक जैसे मोबाइल ऐप के माध्यम से क्लोज ग्रुप बनाकर होटल, रेस्तरां एवं डीजे पार्टियों में उत्पाद बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का प्रशासन इन गतिविधियों पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रहा है और इसके लिये तमाम तरह के सख्त कदम उठाये जा रहे हैं।

बांग्लादेश की एक संवाद संस्था से जुड़े सीनियर क्राइम रिपोर्टर हिदूज्जमान तन्मय ने बांग्लादेश में चीनी उत्पादों की आमदनी रोकने पर बल देते हुए कहा, “प्रतिबंधित उत्पाद अमूमन ढाका के हजरत शाह जलाल हवाई अड्डा एवं चट्टग्राम बंदरगाह के जरिए बांग्लादेश लाये जाते हैं। कभी खिलौनों में तो कभी त्यौहारों पर इस्तेमाल होने वाले उत्पादों में छुपा कर सेक्स टाय एवं वियाग्रा जैसी चीजें बांग्लादेश के बाजारों में फैलाई जा रही है। इसमें कस्टम विभाग के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत भी है। बांग्लादेश में इन उत्पादों का आयात रोकने के लिये कस्टम को दुरुस्त करने के साथ सभी खुफिया एजेंसियों को सक्रिय होना होगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक-दो खुदरा व्यापारियों को गिरफ्तार करने से इस गोरखधंधे को बंद नहीं किया जा सकता अपितु ऐसे उत्पादों को बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश रोकना होगा।”

बांग्लादेश के गृह मंत्रालय से संबंधित संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष शमसुल हक टुकु कहते हैं कि प्रतिबंधित उत्पाद झूठे तथ्य देकर आयात नहीं किये जा सकें, इसके लिए प्रशासन को और कठोर रुख अख्तियार करना होगा। सेक्स टाय एवं वियाग्रा जैसे उत्पाद युवा वर्ग को पतन की ओर ले जा रहे हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…