नशे में चालक ने चढ़ाई दी थी राहगीरों पर ई-बस, मुकदमा दर्ज…
जिलाधिकारी ने मृतकों को 5-5 लाख व घायलों को एक-एक लाख का दिया मुआवजा…
कानपुर, 31 जनवरी। कानपुर के रेलबाजार इलाके में रविवार की देर रात हुए भीषण हादसा ई-बस के अनियंत्रित होने से नहीं बल्कि चालक ने नशे में धुत होने से हुआ था।
यह जानकारी जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सोमवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में पत्रकारों को हादसा का अपडेट देते हुए दीं।
उन्होंने बताया कि, दुखद हादसे में कानपुर देहात के गजनेर इलाके के गांव रघुनाथपुर निवासी सतेंद्र सिंह यादव पुत्र असर्फी लाल यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका मेडिकल कराते हुए आगे की विधिक कार्रवाई को अमल में लाया जा रहा है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने इस हादसे में आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया।
उन्होंने बताया कि हादसे में आरोपी चालक के खिलाफ 302 की धारा बढ़ाई जायेगी। जबकि हादसे में मरने वालों को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे। साथ ही घायलों को 1-1 लाख मुआवजा दिया जायेगा
इससे पूर्व जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने टाटमिल चौराहे पर इलेक्ट्रिक बस एक्सीडेंट से घायल लोगों की स्थिति जानने अर्धरात्रि को हैलट अस्पताल पहुंची। उन्होंने घायलों की स्थिति जानी और सभी घायलों का बेहतर इलाज कराने के लिए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ संजय काला को निर्देशित किया। घायलों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसके लिए डॉक्टरों का एक पैनल बनाते हुए उनकी निगरानी में सभी घायलों के इलाज कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी।
गिरफ्तार चालक पर हत्या का मुकदमा दर्ज
टाटमिल के पास हुए दर्दनाक हादसे के बाद चालक सतेंद्र सिंह यादव निवासी गजनेर जनपद कानपुर देहात झकरकटी बस अड्डे में जाकर छिप गया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रात को ही घायलों के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने धारा 279, 337, 338 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद सोमवार मृतकों के परिजनों की तहरीर पर थाना रेलबाजार पुलिस ने इन धाराओं को 302 भादवि में परिवर्तित कर दिया है। पुलिस घटना के सम्बंध में आरोपी चालक से पूछताछ करते हुए विधिक कार्रवाई कर रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…